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नागदा खाचरौद विधानसभा क्षेत्र में भाजपा का दूसरा चौंका देने वाला फैसला
उन्हेल, (संजय कुंडल) अग्निपथ। भाजपा संगठन के आलाकमान ने मुख्यमंत्री को लेकर जिस तरह से चौका देने वाला फैसला किया, इसी तरह का फैसला नागदा खाचरौद विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के कार्यक्रम को लेकर भी किया गया है। जिसकी चारों तरफ चर्चा आम है।
दरअसल, 14 जनवरी यानी रविवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव नागदा तहसील में पहुंच रहे हैं। यहां पर भाजपा का कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन को लेकर जो आमंत्रण पत्र कार्यकर्ताओं तक पहुंच रहे हैं यह आमंत्रण ही कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने के लिए पर्याप्त हैं। क्योंकि इस आयोजन में चार अतिथि प्रमुख रूप से कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे।
जिसमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन जी यादव, सांसद अनिल फिरोजिया, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सत्यनारायण जटिया के अलावा उज्जैन जिला भाजपा अध्यक्ष बहादुर सिंह आंजना हैं।
मुक्तेश्वर महादेव मंदिर नागदा में आयोजित कार्यक्रम के आमंत्रण को लेकर लाल सिंह बंजारी विधानसभा संयोजक के अलावा किसी का भी नाम उसमें अंकित नहीं है। यहां तक की क्षेत्रीय विधायक डॉ. तेजबहादुर सिंह चौहान के नाम का भी उल्लेख नहीं है। ऐसा भी नहीं है कि क्षेत्रीय विधायक स्वीकृति के बिना यह आयोजन हो रहा है।
उनकी इस आयोजन में पूर्ण रूप से स्वीकृत है पर क्षेत्रीय विधायक हमेशा कुछ नया ही करते हैं। चुंकि वह संगठन के सिपाही रह चुके हैं इसलिए उनके दिलों दिमाग में संगठन की गाइडलाइन रची बसी है। इसी कारण सत्ता के आयोजन संगठन की तराजू में डालकर आयोजन करने की कोई रणनीति भी हो सकती है।
ऐसा हम इसलिए लिख रहे हैं कि क्योंकि आपको ज्ञात होगा विधानसभा चुनाव होने के बाद मध्य प्रदेश के अंदर पहले विधायक ऐसे सामने आए हैं जिन्होंने चुनावी खर्च में संगठन से मिली राशि खर्च करने के बाद शेष राशि संगठन को पुन लौटाकर चौका देने वाला फैसला किया है।
इस आयोजन को भी इस तरह के फैसले से जोड़कर देखा जा रहा है।
यह हम नहीं नागदा में चल रही चर्चा के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है। वहीं कुछ नेता मुख्यमंत्री का आयोजन में झांकी मंडप के अलावा कोई शक्ति प्रदर्शन ना करें और सीधे-सीधे कार्यक्रम स्थल पहुंचने की भाजपा संगठन की मंशा को भी इसकी वजह मान रहे हैं।
संगठन द्वारा जो भी गाइडलाइन दी जाए उसी के तहत नागदा खाचरोद विधानसभा में लोकसभा तक इस लाइन पर कार्यकर्ता चले ऐसी ही रणनीति को अंजाम दिया गया है। इस आयोजन को लेकर झांकी बाज नेताओं के पेट में मरोड़ आ रहे हैं। इस आयोजन को लेकर क्या रणनीति है यह तो विधानसभा के संयोजक लाल सिंह बंजारी ही बता सकते हैं।