धार, अग्निपथ। कहने को तो प्रशासन अपनी वाई-फाई लूटने में हमेशा ही आगे रहता है मगर चाइना डोर पर कार्रवाई करने में सबसे पीछे रहा है जब हादसे होते हैं तो जिम्मेदार अफसर एसी के कमरों बाहर निकाल कर कार्रवाई करते हैं व एसी के रूम में बैठे-बैठे आदेश निकाल देते हैं जिले में चायना बिक्री पर रोक है मगर इसको लेकर आज तक कोई कठोर करवाई देखने को नही मिली पूर्व में हमने अखबार में खबर के माध्यम से कुम्भकर्ण की नींद सोए जिम्मेदार अधिकारी को जगाया था मगर जिम्मेदार 15 दिनों में बस एक बार आकर बाजार छोटी मोटी कार्रवाई करके इतिश्री कर ली वहीं दुकान पर कार्रवाई के पहले ही दुकानदारों को सालों से जमे पुलिसकर्मी व अधिकारी सूचना दे देते हैं जिससे वह अपना माल दूसरी जगह पहुंचा देते हैं। प्रशासन के बड़े अधिकारी जाते हैं तो उनको खाली हाथ ही लौटना पड़ता है सबसे पहले जो सालों से जेम लोग हैं उन्हें यहां से हटाना जरूरी होगा जब इन जिम्मेदारों पर नकल कई जा सकती है
वही दूसरी दुकानदार व प्रशासन की इस लापरवाही से आज एक मासूम बच्चे की जान चली गई । मकर संक्रांति पर धार के हटवाड़ा हटवाड़ा क्षेत्र में एक 7 वर्षीय मासूम बालक अपने पिता के साथ मोटरसाइकिल पर बैठकर जा रहा था तभी मासूम का चाइना डोर से गला कटने से दर्दनाक हादसे में मासूम बच्चे की मौत हो गई।
वही शनिवार को 65 वर्षीय बुजुर्ग चाइना डोर की चपेट में आने से उसकी जान खतरे में पड़ गई है। वहीं साढ़े चार साल के मासूम के चेहरे पर कट लगने से 10 टांके लगाकर उसका जीवन बचाया। दोनों ही घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। बुजुर्ग को गर्दन से कान तक 20 टांके लगाए गए।
इसमें डाक्टरों द्वारा बुजुर्ग की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। गौरतलब है कि रविवार को छुटी होने से लोगो ज्यादा पतंग उड़ाई है।वही मकर संक्रांति पर्व उत्साह के साथ मनाया जाता है । परंतु इस पर्व पर उत्साहित पंतगबाज मौत की डोर चाइना डोर का उपयोग कर लोगों के जीवन को खतरे में डाल रहे है। इस बार प्रतिबंध के बाद भी धड़ल्ले से चाइना डोर का व्यापार हुआ। वही इस खतरनाक व्यापार पर शासन ध्यान आकर्षित नहीं हुआ।
चाइना डोर ने मासूम की ली जान
धार में प्रतिबंधित चायना डोर से गला कटने से एक सात साल के मासूम की मौत हो गई। घटना रविवार शाम करीब 06:15 बजे की है। सात वर्षीय कनिष्क अपने पिता विनोद चौहान के साथ बाजार जा रहा था। इसी दौरान हटवाडा क्षेत्र में हादसा हो गया। पिता और अन्य लोग बच्चे को गंभीर हालत में निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां से उसे सरकारी अस्पताल ले जाया गया। जिला चिकित्सालय में बच्चे को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया । बच्चे की मौत की खबर मिलते ही परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया ।
ससुराल जा रहे थे अचानक आई चाइना डोर
गुणावद के रहवासी 65 वर्षीय तोलाराम प्रजापत अपनी पत्नी लीलाबाई के साथ ग्राम मोटरसाइकिल पर सवार होकर ससुराल केलोद के लिए निकले थे। इस बीच रास्ते में दिग्ठान में अचानक से चाइना डोर आ गई।इसमें बाइक सवार पति-पत्नी गिर गए जैसे ही लोगों ने देखा तो दौडक़र मदद के लिए आए और दोनों पति-पत्नी को उठाया।
इस बीच पत्नी ने देवर कैलाश को सूचना दी। इसके बाद 108 एंबुलेंस की मदद से उन्हें धार जिला अस्पताल लाया गया। परंतु स्वजनों द्वारा जिला अस्पताल में उपचार नहीं करवाते हुए बुजुर्गों को निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां उनका आईसीयू में उपचार किया गया। बुजुर्गों को गले से कान तक लंबा कट लगने की वजह से करीब 20 टांके लगाए गए।
तोलाराम के भाई कैलाश ने बताया कि भाई-भाभी ससुराल के लिए निकले थे। रास्ते में यह घटना हो गई। भाई को पता ही नहीं चला कि कब वह चाइना डोर की चपेट में आ गया।
चाइना डोर की चपेट में आया मासूम
शनिवार शाम को दशहरा मैदान क्षेत्र में साढ़े चार साल का मासूम चाइना डोर की चपेट में आ गया। मासूम कृष्णा घर से कुछ दूरी पर खेल रहा था इस बीच अचानक मासूम चाइना डोर की चपेट में आ गया। जब घर के स्वजनों ने मासूम को खून में लत-पत देखा तो तुरंत निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डाक्टरों की टीम ने मासूम के चेहरे पर 10 टांके लगा कर उसे भर्ती किया।