उज्जैन, अग्निपथ। इंदौररोड त्रिवेणी शनि मंदिर के पीछे बने स्वामी नारायण के आश्रम में सोमवार देर शाम ाीषण आग लग गई। आश्रम सूखी घास और लकड़ी से बना हुआ था। जिसके चलते आग काफी तेजी से फैली थी। जिस पर एक घंटे की मशक्कत के बाद काबू पाया गया।
शनि मंदिर के पीछे स्वामी नारायण का आश्रम बना हुआ है। जहां श्री अतिरूद्र महायज्ञ शाला बनी हुई है। देर शाम अचानक आश्रम में हुए शार्ट सर्किट से निकली चिंगारी यज्ञशाला में गिरी। जहां सूखी घास और लकडिय़ों से यज्ञशाला को तैयार किया गया था। चिंगारी ने आग का रूप ले लिया और तेजी के साथ फैली, आश्रम के लोगों ने पहले खुद काबू पाने के प्रयास किये, लेकिन आग विकराल रूप ले चुकी थी।
आगजनी की सूचना मिलते ही एक के बाद एक तीन दमकले मौके पर पहुंच गई। करीब 1 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। बताया जा रहा है कि आग लगने से जहां यज्ञशाला पूरी तरह से जली है, वहीं आश्रम के कुछ हिस्से में आग पहुंचने से नुकसान हुआ है। मामले की जानकारी लगने पर पुलिस के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी आश्रम पहुंचे थे। आग लगने की वजह और नुकसान का आकलंन किया जा रहा है।