24 जनवरी तक दिक्कतें दूर न करने पर काम बंद कराने का दिया अल्टीमेटम
बडऩगर, अग्निपथ। राष्ट्रीय राजमार्ग के तहत देवास से बदनावर के बीच चल रहे निर्माण के लिए अधिग्रहित की जमीन के मुआवजे से असंतुष्ट व खेतों तक जाने में समस्या होने से परेशान किसानों ने मंगलवार को आक्रोश जताया।
तहसील क्षेत्र के सरसाना में धरना प्रदर्शन कर किसानों के प्रतिनिधियों ने प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा कर समस्याओं के निराकरण की मांग की। साथ ही अल्टीमेटम दिया कि 24 जनवरी तक समस्या का निराकरण नही किया गया तो निर्माण कार्य बंद कराया जावेगा।
बडऩगर तहसील के किसानों ने सरसाना में बलेडी भैंसला रोड़ चौराहे पर धरना दिया। जिससे रोड जाम हो गया। दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतार लग गई। जिसके चलते मौके पर नायब तहसीलदार परिहार, टीआई इंगोरिया सीपी यादव एवं टीआई भाटपचलाना नरेंद्र यादव ने व्यवस्था संभाली। वहीं एसडीएम शिवानी तरेटिया एवं एसडीओपी पुष्पा प्रजापति ने राजमार्ग निर्माण के संबंधित अधिकारियों को बुलवा कर किसानों एवं जनप्रतिनिधियों से चर्चा करायी।
किसानों की ओर से पूर्व आईएएस डॉ. हीरालाल त्रिवेदी ने पक्ष रखते हुए बताया कि राजमार्ग निर्माण में किसानों को अधिग्रहित जमीन के बाजार मूल्य का 25 प्रतिशत भी मुआवजा नहीं दिया। इसके बावजूद किसानों ने अपनी जमीन दे दी परंतु अब ग्राम वासियों को आवागमन में बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एक साइड आने का रास्ता है तो दूसरी साइड जाने के रास्ते नहीं है और दूसरी साइड से आने का है तो जाने के रास्ते नहीं है। हर स्थान पर उसे दो से तीन किलोमीटर घूम कर आवागमन करन पड़ेगा।
किसानों की मांग है कि उन्हें उनकी जमीन का जमीन लेने के समय की बाजार मूल्य के आधार पर मुआवजा दिया जाए और खेतों तक आने-जाने का ऐसा रास्ता दिया जाए जिसमें उनको खेती करने में और आने-जाने में दिक्कतें न हो।
साथ ही खरसौद सातवां मील से किलोली सुनेडा का रास्ता, बलेड़ी भैंसला के रास्ते पर आवागमन सरल करने, पूरे राजमार्ग के आसपास किसानों के खेतों पर पहुंचने के लिए किसानों को सुगम रास्ता उपलब्ध कराने सहित अन्य समस्याओं को निराकरण करने पर चर्चा की गई। किसानों ने 8 दिन का समय दिया है।
चर्चा में बडऩगर जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि उमराव सिंह राठौर, इंगोरिया जनपद सदस्य कुमारिया, सरसाना सरपंच रवि त्रिवेदी, इंगोरिया सरपंच नरेंद्र सिंह, किलोली, सरपंच बहादुर सिंह, खरसोद के लक्ष्मीनारायण एवं बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया।