महाकाल को लगा 6 टन हलवे का भोग, महाआरती के बाद भक्तों में बांटा प्रसाद
उज्जैन, अग्निपथ। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर महाकाल की नगरी को भी अयोध्या की तरह सजाया गया है। यहां महाकाल के साथ राममय नजारा दिखाई दे रहा है। लखेरवाड़ी क्षेत्र भगवा झंडों से पटा है। चामुंडा माता मंदिर चौराहा, फ्रीगंज, गोपाल मंदिर महाकाल के आसपास के क्षेत्र में सजावट की गई है।
सोमवार को महाकालेश्वर को 6 टन रवा के हलवे का भोग लगाया। यह हलवा प्रसाद के रूप में दोपहर में महाआरती के बाद भक्तों में बांटा गया। अल सुबह भस्म आरती में महाकाल पर पुष्पवर्षा भी की गई। भगवान महाकाल और जय श्रीराम के जयकारों से मंदिर परिसर गूंज उठा। श्री राम के जयकारों से मंदिर परिसर गूंज उठा। एक दिन पहले ही रविवार को हलवा तैयार कर लिया गया। अन्न क्षेत्र के मिलिंद वैद्य ने बताया कि 6 टन हलवे को करीब 10 लोगों की टीम ने 11 घंटे में बनाया। इसे हाईटेक मशीन द्वारा अन्न क्षेत्र में तैयार किया गया।
सुंदर सजा महाकाल मंदिर
महाकाल मंदिर में विशेष साज-सज्जा की गई है। मंदिर परिसर समेत महाकाल लोक रंग-बिरंगी रोशनी में नहाया हुआ है। इस बीच, भक्त महाकाल मंदिर भगवान शिव के साथ जय श्री राम के जयकारे भी लगा रहे हैं।
दोपहर में महाकाल की महाआरती
सुबह महाकाल मंदिर में होने वाली भस्म आरती में पुष्प वर्षा की गई। दोपहर 12.30 बजे नंदी हॉल में महाआरती की गई। आरती में सभी प्रमुख पंडे, पुजारी के साथ मंदिर से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल हुए।
महाकाल महालोक में भजन संध्या
श्री महाकाल महालोक में अयोध्या के श्री राम भगवान जी की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के उपलक्ष्य में उज्जैन के कलाकारों द्वारा भजन संध्या की प्रस्तुति दी जा रही है। उज्जैन की संस्था आवर्तन संगीत अकादमी की निदेशिका श्रीमती अर्चना तिवारी के मार्गदर्शन में प्रस्तुतियां दी जा रही है। साथ मे तबले पर पं. माधव तिवारी, हारमोनियम पर रोहित चावरे, बाँसुरी व माउथ ऑर्गन पर दिलीप फडक़े, सिंथसाईंजऱ पर पार्थ पोरवाल ने सहयोग प्रदान किया। मंच संचालन दुर्गाशंकर सूर्यवंशी ने किया।