उज्जैन, अग्निपथ। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा 5 फरवरी से 10वीं 12वीं की बोर्ड परीक्षा प्रारंभ की जा रही है। इस वर्ष परीक्षा को लेकर बोर्ड द्वारा सख्ती के साथ मोबाइल जूते-मौजे टोपी जैकेट पहन कर आने पर भी रोक लगाने के आदेश जारी किए हैं। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर पहली बार प्राथमिक उपचार केंद्र बनाया जा रहा है।
बोर्ड द्वारा जारी आदेश के अनुसार परीक्षार्थियों कि केंद्र के प्रवेश द्वार पर केंद्र अध्यक्ष की उपस्थिति में चैकिंग की जाएगी वही परीक्षार्थी की कक्षा के बाहर एवं अंदर दोनों जगह चैकिंग की जाएगी। छात्राओं की तलाशी के लिए महिला शिक्षक उपलब्ध रहेगी। इस वर्ष कक्षा 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षा में लगभग 17 लाख विद्यार्थी शामिल होंगे।
चप्पल पहनकर परीक्षा
बोर्ड द्वारा परीक्षा को लेकर चौंकाने वाले निर्देश जारी किए हैं जिसके अनुसार परीक्षार्थी परीक्षा हाल में जूते मोजे टोपी या जैकेट पहनकर आता है तो उसे परीक्षा कक्ष के बाहर उतारना होंगे आदेश के अनुसार परीक्षार्थी को चप्पल पहन कर आना होगा।
मोबाइल पर पूर्ण प्रतिबंध
बोर्ड द्वारा मोबाइल को केंद्र के अंदर ले जाने की पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया गया है। विद्यार्थियों के अलावा केंद्र अध्यक्ष सहायक केंद्र अध्यक्ष पर्यवेक्षक एवं अन्य स्टाफ कर्मचारी केंद्र पर मोबाइल फोन लेकर आता है तो प्रश्न पत्र का बॉक्स खोलने के पहले सभी को अपने मोबाइल केंद्र अध्यक्ष को जमा कराना होंगे। केंद्र अध्यक्ष सभी मोबाइल को अलमारी में रखकर उसे सील करेंगे। परीक्षा समाप्ति के आधे घंटे बाद सभी को अपने मोबाइल दिए जाएंगे। विद्यार्थी यदि मोबाइल लेकर आता है तो उसे परीक्षा केंद्र मैं प्रवेश के दौरान वहां रखी हुई पेटी में जमा करना होगा। पूरे परीक्षा केंद्र में यदि किसी के भी पास मोबाइल पाया गया तो उसे पर जुर्माना लगाया जाएगा।
प्रवेश पत्र पर क्यूआर कोड
इस बार प्रवेश पत्र पर क्यूआर कोड अंकित किया गया है प्रवेश पत्र में विद्यार्थी का फोटो मिलान नहीं होने पर या फोटो मिस प्रिंट होने की स्थिति में केंद्र अध्यक्ष एडमिट कार्ड रीडर एप के माध्यम से क्यूआर कोड स्कैन करने पर बोर्ड में दर्ज विद्यार्थी का डाटा सामने आ जाएगा जिसमें फोटो सही होने पर वेरीफाई का मैसेज आएगा। फोटो नहीं मिलने पर वेरीफाई फेल होने का मैसेज आएगा यदि फोटो नहीं मिलता है तो उसे परीक्षा से वंचित कर दिया जाएगा।
नकल पर पूर्ण रोक
बोर्ड द्वारा परीक्षा कक्ष में रोकने के लिए विभिन्न प्रकार के जांच दल गठित किए गए हैं वहीं परीक्षा केंद्र पर किसी भी स्थिति में विद्यार्थी नकल न कर सके इसके लिए परीक्षार्थियों को चार सेट में पेपर मिलेंगे जो पेपर आगे के विद्यार्थी के पास होगा उसके आसपास के विद्यार्थी के पास दूसरा पेपर होगा जिससे वह एक दूसरे से पूछ कर प्रश्न हल नहीं कर सकेंगे। अब नए नियम के अनुसार परीक्षार्थी परीक्षा समाप्त होने के बाद ही प्रश्न पत्र अपने साथ ले जा सकेगा अगर वह परीक्षा समाप्ति के पूर्व जाता है तो उसे प्रश्न पत्र ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
परीक्षा केंद्र पर प्राथमिक उपचार की व्यवस्था
प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर प्राथमिक उपचार की व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं परीक्षा केंद्र पर एक कक्ष में प्राथमिक उपचार कक्ष बनाया जाकर एक बेड कुछ दवाइयां एवं इलेक्ट्रोल आदि पाउडर की व्यवस्था रहेगी। किसी भी विद्यार्थी को तनाव की स्थिति में प्राथमिक उपचार दिया जा सकेगा इसके साथ ही इलाज के लिए चिकित्सक की व्यवस्था भी रहेगी।