दो आरोपियों से 10 लाख की चेन बरामद, 4 आरोपियों की तलाश
उज्जैन, अग्निपथ। आभूषण दुकान से 13 सोने की चेन का बॉक्स चोरी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों से 13 चेन बरामद की गई है। गिरोह के चार सदस्य फरार है, जिनकी तलाश की जा रही है। गिरोह अंतराज्यीय स्तर पर वारदात को अंजाम देता है।
एसपी सचिन शर्मा ने मंगलवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि बडऩगर सराफा बाजार में हितेश काला नवीन ज्वेलर्स का संचालन करते है। 11 जनवरी को चार महिलाएं नाक का कांटा खरीदने पहुंची थी। इस दौरान महिलाओं ने 13 सोने की चेन रखा बॉक्स चोरी कर लिया था। वारदात के बाद हितेश काला ने दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज सामने आने पर मामले की शिकायत थाने पहुंचकर दर्ज कराई थी।
पुलिस ने मामला जांच में लिया और 10 दिनों की तलाश के बाद कोटा के दिगोद थाना क्षेत्र तक पहुंची। जहां से एक महिला और उसके पति को गिर तार किया गया। दोनों की निशानदेही पर चोरी की गई 13 सोने की चेन बरामद कर ली गई।
पूछताछ में सामने आया कि वारदात में तीन अन्य महिला और एक पुरुष भी शामिल है। पुलिस ने उनके साथियों की तलाश की, लेकिन फरार होना सामने आये। एसपी शर्मा ने बताया कि वारदात में शामिल चार महिलाओं के फुटेज सामने आने के बाद गिर तारी पर 5 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था। फिलहाल पूछताछ में खुलासा हुआ है कि गिरोह अंतरराज्यीय स्तर पर ग्राहक बनकर वारदात को अंजाम देता है। जिनका अपराधिक रिकार्ड खंगाला जा रहा है। गिरोह से जुड़े फरार सदस्यों के हिरासत में आने पर कुछ ओर वारदातों का खुलासा हो सकता है।
कपड़े बेचने की आड़ में दुकानों की करते थे रैकी
खुलासे के दौरान बडऩगर एसडीओपी महेन्द्र परमार ने बताया कि आभूषण दुकान से 10 लाख कीमत की 13 चेन चोरी करने वाला गिरोह कोटा के डूंगरजा क्षेत्र का रहने वाला है। चार महिलाओं के साथ 2 पुरूष शामिल है, जो कोटा से अन्य जिलों में जाकर कपड़े बेचने की फेरी लगाते है, इस दौरान आभूषण दुकान की रैकी कर लेते है। उसके बाद महिलाएं ग्राहक बनकर पहुंचती है और वारदात कर भाग निकलती है।
हितेश काला की दुकान पर हुई वारदात के बाद पुलिस ने बडऩगर, बदनावर, उज्जैन, इंदौर में लगे कैमरों के फुटेज खंगाले थे, जिसके आधार पर गिरोह का सुराग मिल गया। पुलिस ने गिरोह की महिलाओं के पहनावे को भी जांच में शामिल किया था, जो राजस्थान का होना सामने आया था।
इनकी रही भूमिका
एसपी शर्मा द्वारा किये गये खुलासे के दौरान ग्रामीण एएसपी नितेश भार्गव मौजूद थे, उन्होने बताया कि वारदात करने वाले गिरोह का सुराग तलाशने के लिये टीआई मनीष दुबे, एसआई सुरेन्द्र गरवाल, प्रीति चौहान, एएसआई मानसिंग वास्कले, प्रधान आरक्षक नरेन्द्रसिंह, महिला आरक्षक ज्योति हाड़ा, बिंदिया काकोडिया, लेसिका ठाकुर के साथ सायबर एसआई प्रतिक यादव की टीम बनाई गई थी। जिन्हे गिरोह का सुराग लगाने में सफलता मिली है।
वारदात के लिये किया था बस का उपयोग
टीआई मनीष दुबे ने बताया कि नवीन ज्वेलर्स पर हुई वारदात का पता दुकानदार को दूसरे दिन चला था। मामला पुलिस के पास पहुंचने पर महिलाओं के आने और जाने का मार्ग ट्रेक किया गया। जिसमें बस स्टेंड की लोकेशन मिली। पुलिस ने उल्टी दिशा में काम किया तो सामने आया कि चारों महिलाएं 2 पुरूषों के साथ उज्जैन से बस में सवार होकर आई थी। उज्जैन पहुंचने पर इंदौर की बस से आने की जानकारी सामने आई। जाने का रूट ट्रेक करने पर बदनावर, रतलाम, मंदसौर से कोटा तक का मिला। जहां पहुंचकर सायबर की मदद से तकनीकी साक्ष्य एकत्रित करने के बाद गिरोह के 2 सदस्यों को पकड़ा गया है।