उज्जैन, अग्निपथ। स्वास्थ्यकर्मी के साथ हुई घटना में लूट तथा हत्या के प्रयास की धारा जोडऩे की मांग को लेकर न्यू बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी संघ म.प्र. के संभागीय अध्यक्ष एमआर मंसूरी, संभागीय सचिव संजय सिसोदिया, संभागीय उपाध्यक्ष ओम प्रकाश यादव के नेतृत्व में स्वास्थ्यकर्मियों का प्रतिनिधि मंडल आईजी कार्यालय पहुंचा। यहां पुलिस महानिरीक्षक के नाम ज्ञापन सहायक पुलिस महानिरीक्षक पार्वती कनेश को सौंपते हुए थाना प्रभारी जयदीपसिंह राठौर को भी निलंबित करने की मांग की।
एमआर मंसूरी ने बताया कि 16 जनवरी को नीमच की तहसील मनासा के उप स्वास्थ्य केन्द्र मोया में पदस्थ ए.एन.एम. ज्योति गौड़ के साथ बलराम पिता श्यामलाल बंजारा नि. सेमली इस्तमुरार तह. मनासा ने आकर मारपीट, गाली गलौच, जातिगत अपमानित करने के साथ ही लूट की तथा आरोपी बलराम ने एएनएम ज्योति गौड़ का गला दबाकर उनकी हत्या का प्रयास किया।
जिसके परिणामस्वरूप श्रीमती गौड़ को मुंह व नाक से खून तक निकलने लगा था। ऐसी स्थिति में श्रीमती गौड़ थाने पर गई थी परंतु थाना प्रभारी जयदीपसिंह राठौर ने श्रीमती गौड़ को काफी देर तक थाने पर बिठाये रखा व कायमी तक नहीं की। बमुश्किल 16 जनवरी को रात्रि 10.17 बजे पुलिस थाना कुकडेश्वर जिला नीमच में धारा 354, 353, 332, 294, 506 तथा अजा नृशंसता निवारण अधिनियम की धारा 3 (1) (द), 3(1) (घ), 3 (2) (वीए) के तहत प्रकरण दर्ज हुआ है।
लेकिन अब तक न तो लूट की धारा बढ़ाई गई न ही हत्या का प्रयास किये जाने के बाद भी धारा 307 लगाई गई। वहीं श्रीमती गौड़ के साथ अभद्र व्यवहार करने, कदाचरण करने उन्हें प्रताडि़त करने के बावजूद थाना प्रभारी जयपालसिंह राठौर के खिलाफ अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
कार्यकारी जिला अध्यक्ष माया योगी, अंजलि लश्करी, सलीम मंसूरी, लक्ष्मी नारायण गहलोत, हामिद खान आदि की उपस्थिति सौंपे ज्ञापन में कहा कि कर्मचारी संघ किसी भी दशा में साथीकर्मी के साथ इस तरह की अभद्रता, अपराध को बर्दाश्त नहीं कर सकता। ऐसे तो कोई भी स्वास्थ्यकर्मी की हत्या कर सकता है ऐसे असुरक्षित वातावरण में हम काम नहीं कर सकेंगे।
इसलिये तत्काल उक्त प्रकरण में हत्या के प्रयास सहित लूट की धारा भी जोड़ी जावें। साथ ही थाना प्रभारी जयदीपसिंह राठौर को तत्काल निलंबित किया जाकर इनके खिलाफ जांच बैठाई जावें। अन्यथा की स्थिति में प्रदेश स्तर पर स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा काम बंद हड़ताल की जावेगी जिसकी समस्त जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी। यह चेतावनी नहीं अपितु हमारा प्राणरक्षा हेतु आग्रह है।