मिलन समारोह में हुई प्रतियोगिताएं, रामजी की धुन पर झूमा समाज
उज्जैन, अग्निपथ। पूज्य सिंधी साहिती पंचायत का मिलन समारोह आयोजित किया गया। जिसमें समाज के वरिष्ठों का सम्मान किया गया। साथ ही चेयर रेस, डांस प्रतियोगिता के साथ ही खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। रामजी की धुन पर पूरा समाज झूम उठा।
मीडिया प्रभारी दीपक बेलानी ने बताया कि अमर शहीद हेमू कालानी एवं भगवान श्रीराम पर आधारित विशेष प्रश्नोत्तरि आयोजित की गई। जिसमें सही जवाब देने वाले बच्चों को पुरस्कार प्रदान किया गया। भजन गायक मुकेश गायकवाड़, संगीता लोदवाल, प्रीति दीक्षित ने गीत गाए। इस अवसर पर अध्यक्ष रमेश गजरानी, सचिव विशाल चंदनानी, दीपक बेलानी, मनोज नानवानी, दिलीप हीरानंदानी, राजकुमार धनवानी, विक्रम दादवानी, राजकुमार केवलरामानी, पुरूषोत्तम रायसिंघानी, कमल गजरानी, राम सीतलानी, किशोर हिंगोराणी, पुष्पा कोटवानी, पूर्व पार्षद रिंकू बेलानी, स्वाति गजरानी, सिंधु चंदनानी आदि मौजूद रहे।
गजलांजलि की संगोष्ठी संपन्न
उज्जैन, अग्निपथ। डॉ. श्रीकृष्ण जोशी की अध्यक्षता में गजलांजलि साहित्यिक संस्था की संगोष्ठी सम्पन्न हुई। रूपान्तरण कक्ष, दशहरा मैदान पर हुई गोष्ठी में सर्व प्रथम नगर के ख्यात साहित्यकार अशोक वक्त के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
गोष्ठी का प्रारम्भ करते हुए कवि अवधेश वर्मा नीर द्वारा अयोध्या में हुई भगवान श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर आधारित रचना अयोध्या धाम अब भारत का, भक्तों के हित बड़ा तीर्थ हुआ… पढ़ी गई। वहीं शैलेश मिश्र द्वारा नारी जीवन पर आधारित रचना नारी जीवन के दो पछ, एक जननी एक जाया… का पाठ किया गया। अशोक रक्ताले द्वारा गज़़ल एक साया पिता का जो सर से हटा, मुश्किलें सब की सब हम-सफऱ हो गईं… सुनाई गई।
डॉ. अखिलेश चौरे ने अपने चिर-परिचित अंदाज़ में एक ताज़ा गज़़ल कभी तो खुल के बरस जल भरे बादल की तरह… सुनाई। दिलीप जैन द्वारा रचना जो भरोसे नहीं रहते तक़दीर के… पढ़ी गई। प्रफुल्ल शुक्ला सरकार ने पराये मन की पीड़ा को दिल में रखकर कहीं एकान्त में आँसू बहाते हैं… कविता पढ़ी। डॉ. विजय सुखवानी ने गजल हमारी जुबाँ है मुख्तलिफ़ तुम्हारी जुबान से पढ़ी।