चोरी करने घुसे थे घर में, पहचान होने पर मारा डाला
उज्जैन, अग्निपथ। पिपलोदा द्वारकाधीश में हुए दोहरे हत्याकांड का मंगलवार को खुलासा हो गया। चोरी करने घर में घुसे 2 बदमाशों ने भाजपा नेता और उनकी पत्नी की हत्या की थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों के साथ चोरी की साजिश में शामिल नाबालिग के साथ एक अन्य को ाी गिर तार किया है। हत्या करने वाले नशे के आदी है।
शहर से 25 किलोमीटर दूर देवासरोड पर ग्राम पिपलोदा द्वारकाधीश में 26-27 जनवरी की रात भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष रहे रामनिवास कुमावत (68) और उनकी पत्नी मुन्नीबाई (65) की हत्या कर दी गई थी। सुबह घटना सामने आने पर सनसनी फैल गई थी। रामनिवास गांव के पूर्व सरपंच रह चुके थे। दोहरा हत्याकांड होने पर जांच के लिये एसपी सचिन शर्मा, एएसपी गुरूप्रसाद पाराशर, नरवर टीआई मुकेश इजारदार पहुंचे थे। मामला लूटपाट के दौरान हत्या का सामने आया था।
आरोपियों की तलाश शुरू की गई और तीसरे दिन मंगलवार सुबह पिपलोदा द्वारकाधीश के रहने वाले अलफेस पिता लियाकत शाह (19) और आरिफ पिता मेहरबान शाह को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में दोनों ने बताया कि चोरी करने के लिये मकान की खिडक़ी तोडक़र अंदर घुसे थे। पति-पत्नी जाग गये और विरोध करने लगे। उन्होने हमें पहचान लिया था, जिसके चलते उनकी हत्या कर दी।
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि दोनों आरोपियों के साथ चोरी की साजिश में विशाल बागवान और एक नाबालिग भी शामिल था, जो बाहर निगरानी कर रहे थे। पुलिस ने दोनों को भी गिरफ्तार किया है। दोहरे हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद एसपी सचिन शर्मा ने मामले का खुलासा किया।
उन्होने बताया कि हत्या में प्रयुक्त चाकू और सब्बल बरामद किया गया है। आरोपी 2 हजार रूपये नगद, चांदी की पायजेब और कुछ अन्य जेवरात चुराकर ले गये थे। जिसकी बरामदगी के लिये आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
12 दिन पहले बनाई थी चोरी की योजना
एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि आरोपी नशा करने के आदी है। उनका कुमावत दंपति के घर आना-जाना था, उन्हे पता था कि दोनों अकेले रहते है और काफी धन भी उनके पास है। तीन माह पहले भी कुछ सामान चोरी कर चुके थे। उन्होने बड़ी चोरी के लिये 12 दिन पहले योजना बनाई थी। 26 जनवरी की रात को दोनों आरोपी कुमावत दंपति के घर पहुंचे थे और बाड़े में छुप गये थे।
जब काम करने वाले सभी नौकर और कर्मचारी चले गये तो उन्होने खिडक़ी तोडक़र अंदर प्रवेश कर लिया था और दरवाजा भी खोल लिया था। कुमावत दंपति की नींद खुल गई। दंपति ने दोनों बदमाशों का विरोध किया तो संघर्ष हुआ। मुन्नी कुमावत ने एक आरोपी के हाथ पर काट लिया था। दोनों ने चाकू और सब्बल से हत्या कर दी। आरोपियों ने तिजोरी खोलने का प्रयास किया था लेकिन खुल नहीं पाई थी। जिसमें लाखों रूपये रखे हुए थे। एसपी के अनुसार दोनों आरोपी मजदूरी करते है।
गांव से गायब होने पर हुई शंका
पुलिस के अनुसार दोहरा हत्याकांड आने के बाद गांव वालों से पूछताछ शुरू की थी। सामने आया था कि मृतक रामनिवास गांव वालों को ब्याज से पैसे भी बांटता था। लेकिन कभी किसी पर लौटाने का दबाव नहीं बनाता था, बावजूद सभी से पूछताछ की जा रही थी, तभी सामने आया कि आरिफ गांव में नहीं है, उसके साथी गांव में ही घूम रहे है। संदेह के आधार पर आरिफ के साथियों को पूछताछ के लिये हिरासत में लिया तो मामला स्पष्ट हो गया। आरिफ गांव से बाहर भाग निकला था, जिसे तलाश कर पकड़ा गया।
गिरफ्तारी पर था 20 हजा का इनाम
एएसपी गुरूप्रसाद पाराशर ने बताया कि दोहरा हत्याकांड सामने आने के बाद कुमावत दंपति के निवास पर काफी लोगों की भीड़ जगा हो गई थी। गांव वालों के आक्रोश दिखाई दे रहा था। एसपी सचिन शर्मा ने आरोपियों की गिर तारी के लिये तत्काल एसआईटी का गठन किया और सूचना देने वाले को 20 हजार का इनाम देने की घोषण कर दी। एसआईटी में नरवर, नानाखेड़ा, बडनगर, नागझिरी थाना प्रभारी के साथ सायबर सेल प्रभारी 5 से अधिक थानों के एसआई, प्रधान आरक्षक, आरक्षक शामिल किये गये थे। खुलासे में सभी की भूमिका के अनुरूप इनाम की राशि वितरीत की जाएगी।