राजेश सिंह कुशवाह और कुसुम लता निगवाल दूसरी बार सदस्य बनाए गए
उज्जैन, अग्निपथ। मध्यप्रदेश के राज्यपाल द्वारा विक्रम विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद में पांच सदस्यों को नाम निर्देशित किया गया है। इनमें सामाजिक क्षेत्र से जुड़े लोगों का चयन किया है। मंगलवार को राज्यपाल के अपर सचिव ने विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति को इस आशय का पत्र भेजा है। परिषद में नामांकित पांच सदस्य अगले तीन वर्ष के लिए कार्यपरिषद के सदस्य रहेगें।
कुलपति प्रो. अखिलेश पांडेय ने बताया कि महामहिम राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने विक्रम विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद के लिए पांच सदस्यों की नियुक्ति की है। पांचों सदस्यों का कार्यकाल कार्यपरिषद में तीन वर्ष रहेगा। राज्यपाल द्वारा विक्रम विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद में राजेश सिंह कुशवाह, कुसुम लता निगवाल, वरूण गुप्ता, मंजूषा मिमरोट और संजय वर्मा को सदस्य नाम निर्देशित किया गया है।
बता दें कि विक्रम विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद के पांच सदस्यों का कार्यकाल 23 अक्टूबर 2023 को समाप्त हो गया था। वहीं बाद में नियुक्त हुए सदस्य संजय नाहर का कार्यकाल अभी शेष है। पांच सदस्यों का स्थान खाली होने के बाद से ही कार्यपरिषद में अशासकीय सदस्य के लिए कवायद चल रही थी। राजभवन ने कार्यपरिषद सदस्य राजेश सिंह कुशवाह और कुसुम लता निगवाल को दूसरी बार विक्रम विश्वविद्यालय का कार्यपरिषद सदस्य नियुक्त किया है।