मृतक की पहचान का प्रयास कर रही पुलिस
उज्जैन, अग्निपथ। क्षिप्रा नदी से गुरूवार सुबह एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ है। उसके कंधे पर बेग टंगा था, जिसमें पत्थर भरे मिले है। मृतक की पहचान नहीं हो पाई है, जिसके प्रयास किये जा रहे है।
महाकाल थाना पुलिस ने बताया कि नृसिंहघाट क्षिप्रा नदी में एक व्यक्ति का शव पड़ा होने की सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची थी। जिसे बाहर निकाला गया। मृतक के कंधे पर पिट्टू बेग टंगा था। जिसे खोलने पर उसमें पत्थर भरा होना सामने आया। आसपास पहचान के प्रयास किये लेकिन किसी ने उसकी पहचान नहीं की। मृतक 40 वर्ष का प्रतीत हो रहा है, जिसकी दाढ़ी बढ़ी हुई है।
उसने चड्ढा, जेकेट, नीले रंग की बनिया पहन रखी है। उसके पास से पहचान का कोई दस्तावेज नहीं मिला है। जिस तरह से उसके बेग में पत्थर भरा होना सामने आया है कि उससे संभावना है कि उसने छलांग लगाकर आत्महत्या की है लेकिन पुलिस को घटना संदिग्ध लग रही है जिसके चलते पुलिस आत्महत्या और हत्या के ऐंगल पर जाँच कर रही है। फिलहाल मर्ग कायम कर शव पोस्टमार्टम कक्ष में रखा गया है। पहचान होने पर मृतक के संबंध में जानकारी सामने आ पायेगी और उसकी मौत का सही कारण पता चल पायेगा। मृतक का फोटो जिले के थानों सहित आसपास के शहरों में पुलिस को भेजा गया है, ताकि गुमशुदा व्यक्ति की जानकारी मिलने के साथ पहचान हो सके।
परीक्षा के डर से छात्र ने जहर खाकर की आत्महत्या
उज्जैन, अग्निपथ। बीती रात छात्र ने जहर खा लिया, हालत बिगडऩे पर परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां गुरूवार दोपहर उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि एग्जाम के डर से उसने आत्महत्या की, पुलिस परिजनों के बयान दर्ज कर जांच शुरू करेगी।
जीवाजीगंज थाना पुलिस ने बताया कि अवंतिपुरा में रहने वाले निलेश पिता गोपाल यादव (16) ने बुधवार रात जहर खा लिया था। हालत बिगडऩे पर परिजन निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। मामले की जानकारी लगने पर पुलिस भी अस्पताल पहुंच गई थी, लेकिन निलेश की हालत बयान देने लायक नहीं थी, जिसके चलते बयान दर्ज नहीं किये जा सके। उसकी हालत में सुधार का इंतजार किया जा रहा था।
इस बीच गुरूवार दोपहर सूचना मिली कि निलेश की मौत हो गई। मामले में मर्ग कायम कर शव पोस्टमार्टम के लिये जिला अस्पताल लाया गया। जहां सामने आया कि निलेश कक्षा 10 वीं का छात्र था। जिसकी 5 फरवरी से एग्जाम शुरू होने वाली है। वह तनाव में था, संभवत: इसी के चलते उसने जहर खाकर जान दी है। मामले में जीवाजीगंज टीआई राकेश भारती ने बताया कि परिजनों के गमगीन होने पर बयान दर्ज नहीं किये जा सके है। बयान और जांच के बाद छात्र की आत्महत्या का कारण सामने आ पायेगा।