प्राइवेट अस्पताल से मिलीभगत का आरोप
धार, अग्निपथ। जिला अस्पताल में पदस्थ सिविल सर्जन (सीएस) डॉ. साजी जोसेफ को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है। जिसमें उनसे 3 दिन में जवाब न देने पर एक पक्षीय अनुशासनात्मक कार्यवाही की चेतावनी दी गई है। उक्त नोटिस क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं इंदौर के डॉ. आरपी पनिका द्वारा जारी किया गया है।
दरअसल यह पूरा मामला जिला अस्पताल की बिगड़ी स्वास्थ्य व्यवस्थाओं से जुड़ा हुआ है। इन दिनों अस्पताल में समय पर डॉक्टर उपलब्ध नहीं मिलते हैं। ग्रामीण क्षेत्र से आए मरीज व उनके परिजन परेशान होते है। इसके बाद निजी अस्पताल में इन मरीजों को भेजा भी जाता हैं, जिसके लिए बकायदा शासकीय अस्पताल में प्राइवेट अस्पतालों के एजेंट भी सक्रिय हैं।
कुछ माह पूर्व एक एजेंट को पकड़ा भी गया था। किंतु कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो पाई। क्षेत्रीय संचालक डॉ पनिका ने बताया कि सिविल सर्जन जोसेफ को लेकर शिकायत प्राप्त हो रही थी कि वे फोन रिसीव नहीं करते है। साथ ही अस्पताल के चिकित्सक भी अस्पताल समय पर उपस्थित नहीं रहते है। मरीजों को भी प्राइवेट अस्पतालों में रैफर किया जाता हैं। इससे प्राइवेट अस्पतालों से मिलीभगत का आरोप भी लगाया गया है।
ध्वजारोहण में नहीं गए
राष्ट्रीय पर्व 26 जनवरी को जिला अस्पताल में सुबह ध्वजारोहण कार्यक्रम था। जहां पर सीएस की मौजूदगी में ही झंडावंदन होना था। क्षेत्रीय संचालक डॉ पनिका के अनुसार मुख्यालय पर होने के बावजूद सिविल सर्जन अस्पताल के कार्यक्रम में नहीं गए। झंडावंदन भी डॉ. अनिल वर्मा द्वारा किया गया। इन कारणों के चलते ही नोटिस जारी किया गया है।