डॉक्टर करेंगे मरीज की मॉनिटरिंग, अस्पताल से लामा होना होगा कम
उज्जैन, अग्निपथ। एनक्यूएएस (नेशनल क्वालिटी एंश्योरेंस) की टीम अब 8 एवं 9 फरवरी को रिएसेसमेंट के लिये जिला अस्पताल आ रही है। दो दिवसीय दौरे में टीम के द्वारा मुख्य रूप से जिला अस्पताल में चल रहे इमरजेंसी कक्ष की सेवाओं को देखा जायेगा। इसके लिये जिला अस्पताल प्रबंधन द्वारा पूरे जोरशोर से इस कक्ष को सुसज्जित किया जा रहा है। ज्ञात रहे कि जिला अस्पताल में सातों दिन 24 घंटे इमरजेंसी सेवाएं मरीजों को प्रदान की जा रही हैं।
इन दिनों जिला अस्पताल में स्थित इमरजेंसी कक्ष को एनक्यूएएस की टीम के आगमन से पहले सुसज्जित किया जा रहा है। इस कक्ष का फिलहाल रेनोवेशन किया जा रहा है। यहां की रंगाई पुताई की जा चुकी है। यहां पर 5 बेड भी मरीजों की मॉनिटरिंग के लिये लगाये जा रहे हैं। ताकि गंभीर प्रकृति के मरीजों की स्थिति को डॉक्टर्स अपनी आंखों के सामने ही रखें। यहीं पर मरीजों को ईसीजी, ब्लड प्रेशर, इंजेक्शन लगाकर स्थिति पर नजर रखी जायेगी। ऐसे में लामा होने वाले मरीजों की सं या में भी कमी आयेगी और उनको सुचारू रूप से डॉक्टर्स के ही सामने तुृरंत इलाज मिल सकेगा।
पर्दे लगाने का काम जारी
जानकारी में आया है कि इमरजेंसी कक्ष के क पाउंर सेक्शन में इन पांचों बेडों को लगाया जायेगा। यहां की रंगाई पुताई के बाद अब फायन टच के लिये पर्दे भी लगाये जा रहे हैं, ताकि इंजेक्शन लगाने और अन्य कार्य करने के दौरान बाहर का व्यक्ति अंदर तांक झांक न कर सके।
एनक्वास की टीम हुई थी नाराज
पिछले दिनों नेशनल क्वालिटी एंश्योरेंस की टीम ने सित बर-2023 को जिला अस्पताल का दौरा किया था। इमरजेंसी कक्ष के निरीक्षण के दौरान टीम ने पाया था कि मरीज के उपचार के बाद खून लगी कैंची वहीं पर छोड़ दी गई थी। ऐसे में टीम के सदस्यों में जिला अस्पताल प्रबंधन के प्रति नाराजगी थी। ज्ञात रहे कि यहां के इंचार्ज को पहले ही सिविल सर्जन द्वारा हटाकर दूसरे इंचार्ज को पदस्थ कर दिया गया है। अब 8 से दो दिवसीय दौरे पर एनक्यूएएस की टीम रिएसेसमेंट के लिये जिला अस्पताल का दौरा करने के लिये आ रही है।