मेडिकल कॉलेज खुलता है तो बनेगा बाधक, सीएस कार्यालय के दो कमरे जमींदोज
उज्जैन, अग्निपथ। जिला अस्पताल के पीछे 100 बेड का सुपर स्पेशलिटी वार्ड बनाया जा रहा है। इस वार्ड के बन जाने से जिला अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग की परेशानी से काफी निजात मिलेगी। इसका निर्माण फिलहाल चल रहा है। लेकिन ठेकेदार ने बिल्डिंग के उपर जाने के लिये जो पाथवे बनाया है, वह 50 बेड की क्रिटिकल केयर यूनिट की जमीन तक पहुंच गया है। जिसके चलते आगामी दिनों में इस पर आब्जेक्शन आ सकता है।
इस बिल्डिंग का निर्माण कार्य इन दिनों काफी तेजी से किया जा रहा है। तीन लोरों का निर्माण हो चुका है। इसका उदघाटन 31 मार्च 2023 को किया गया था। निर्माण एजेंसी पीडब्ल्यूडी है। नेशनल हेल्थ मिशन के द्वारा बिल्डिंग को बनाने की परमीशन प्रदान की गई है। 2787.32 स्केयर मीटर में बनने वाली इस बिल्डिंग के काम की अवधि एक वर्ष नियत की गई है। प्रायवेट ट्रीटमेंट के लिये इसके ग्राउंड लोर पर 12 बेड की बिल्डिंग, 4 बेड की बिल्डिंग है। इसमें दो कमरे प्रायवेट ट्रीटमेंट के लिये रहेंगे। सेकंड लोर पर प्रत्येक में 12 बेड रहेंगे। थर्ड लोर की दो बिल्डिंग 12 बेड की रहेंगी। यहां पर मरीजों को मेडिकल ट्रीटमेंट दिया जायेगा।
मेडिकल कॉलेज भी बन सकता है
पुराने आरएमओ आफिस के पीछे 50 बेड का क्रिटिकल केयर यूनिट बनाई जा रही थी। जमीन की खुदाई हो चुकी थी और पिलर डालने के लिये लोहे की जालियां भी कस गई थीं। लेकिन करीब ढाई माह पहले मेडिकल कॉलेज की जमीन ढंूढने भोपाल से अधिकारियों की एक दल आया था। इसके बाद से ही इसका काम रुका पड़ा है। जानकारी में आया है कि शहर में मेडिकल कॉलेज खोलने के लिये तीन जमीनों के अलावा इस जमीन का भी चयन किया गया है। चारों में से किसी एक पर मेडिकल कॉलेज खोला जा सकता है।
पाथवे 50 बेड की जमीन तक पहुंचा
100 बेड के वार्ड के सेकंड थर्ड- लोर तक पहुंचने के लिये पैदल चलने के लिये सीढिय़ां बनाई जायेंगी। इस पाथवे को लंबा फैलाते हुए 50 बेड के क्रिटिकल केयर यूनिट की जमीन तक पहुंचा दिया गया है। ऐसे में यदि आगामी समय में यहां पर मेडिकल कॉलेज बनाया जाता है तो इसके लिये जमीन कम पड़ सकती है। जिला अस्पताल के पीछे बनाये जा रहे 100 बेड के वार्ड के इस पाथवे को इतना लंबा फैलाकर बनाया जा रहा है कि बीच का रास्ता भी बंद हो जायेगा और कर्मचारी पीछे स्थित सिविल सर्जन कार्यालय तक भी नहीं पहुंच पायेंगे।
सिविल सर्जन कार्यालय के पीछे के दो कमरे तोड़े
नगरनिगम द्वारा प्रेमछाया के पास से बहादुरगंज पहुंच मार्ग तक सडक़ का चौड़ीकरण कार्य किया जा रहा है। इसमें यहां पर वर्षों से निवास करने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों को इसके चलते यहां से स्थानांतरित होकर दूसरी जगह जाना पड़ा था। मार्ग चौड़ीकरण के चलते जिला अस्पताल के पीछे इसी रोड से लगे सिविल सर्जन कार्यालय के दो कमरों को जमींदोज कर दिया गया है।