बेरछा रोड पर रहवासी क्षेत्र में संचालित हो रहा गैस गोडाउन, शिकायतों के बाद भी नहीं ली सुध
शाजापुर, अग्निपथ। जिम्मेदारों की लापरवाही ने शहर को भी ‘बारूद’ के ढेर पर बैठा रखा है। बरसों से रहवासी क्षेत्र में गैस गोडाउन संचालित होने की शिकायत के बाद भी प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दया है।
बेरछा रोड पर कई सालों से गैस गोडाउन संचालित हो रहा है। जिसमें प्रतिदिन हजारों गैस सिलेंडर आते हैं। यहीं से सिलेंडरों का वितरण किया जाता है। जहां यह गोडाउन है उसके पास ही स्कूल व रहवासी क्षेत्र है तो कई लोग भी वहां रहते हैं। यदि किसी दिन कोई अनहोनी हो गई तो यहां हरदा से भी बड़ा हादसा हो सकता है। लेकिन इसे लेकर आज तक अधिकारियों ने गंभीरता नहीं दिखाई है।
शहर के जनप्रतिनिधि खुद इस गोडाउन को शहर के लिए खतरा बताते हुए इसकी शिकायत कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों को कर चुके हैं, लेकिन इसे लेकर आज तक किसी ने गंभीरता नहीं दिखाई है। यदि कभी कोई हादसा हो गया तो यहां बचाव के भी इतने साधन नहीं है कि लोगों को तत्काल उपचार या सुविधा उपलब्ध कराई जा सके।
पटाखा व्यवसायियों के यहां पहुंचे अधिकारी, परखी सुरक्षा व्यवस्था
हरदा के हादसे के बाद बुधवार को प्रशासनिक अमला सक्रिय दिखा। जिन्होंने शहर के पटाखा व्यवसायियों के यहां पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था सहित पटाखों का संग्रहण के साथ ही उनकी सुरक्षा व्यवस्था के लिए की गई व्यवस्थाओं की जांच की। अमले ने सबसे पहलेे पटाखा के स्थाई लायसेंसी सांवरिया फायर वकर््स पर जांच की। जिनके यहां स्टॉक की जांच करने के साथ ही सुरक्षा संबंधी निर्देश दिए।
साथ ही कहा कि वे क्षमता से अधिक पटाखे नहीं रखें। इसके बाद अस्थाई विके्रताओं के यहां भी टीम ने पहुंचकर जांच की। इस दौरान एक व्यक्ति ने स्वयं ही दीपावली के बचे हुए पटाखों की जानकारी दी और बताया कि उसके यहां इतना माल बचा हुआ है।
इस पर अधिकारियों ने पंचनामा बनाया और समझाईश दी कि वे समय रहते या तो इन्हें वापस कर दें या फिर इन्हें नष्ट कर दें। साथ ही कहा कि यदि उसने समय पर बिल्टी प्रस्तुत नहीं की तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान एसडीएम नरेंद्रनाथ पांडे, तहसीलदार मधु नायक, पटवारी ललित कुंभकार, कपिल शिंदे, गौरव शर्मा, नायब तहसीलदार गौरव पोरवाल, तहसीलदार मधु नायक उपस्थित थे।
इनका कहना
रहवासी क्षेत्र में गैस गोडाउन मामले की जानकारी है। इस मामले में खाद्य अधिकारी को निर्देशित करेंगे कि वे वहां जाकर देखे और अपने स्तर से उचित कार्रवाई करें। शहर में ऐसा हादसा न हो इसके लिए प्रशासन द्वारा निरीक्षण किया जा रहा है। – नरेंद्रनाथ पांडे, एसडीएम-शाजापुर