नलखेड़ा, अग्निपथ। तहसील क्षेत्र के ग्राम भंडावद में एक घर में दो अजगर घुस गए जिन्हें वन विभाग की टीम ने सुरक्षित रेस्क्यू कर अजगरों को जंगल में छोड़ा गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को ग्राम भंडावद में शिवम पिता गिरिराज पाटीदार के डुब प्रभावित क्षेत्र में पुरानी बस्ती में मकान स्थित है जिसमें लकड़ी एवं कंडे भरे हुए थे उक्त मकान में दो अजगरों को ग्रामीणों द्वारा देखा गया इस बात की सूचना मकान के मालिक गिरिराज पाटीदार को दी गई।
गिरिराज पाटीदार के पुत्र शिवम पाटीदार द्वारा तुरंत मोबाइल से प्रशासन के अधिकारियों सहित वन विभाग की टीम को गांव में अजगर होने की सूचना दी गई। इस पर वन विभाग की टीम से परिक्षेत्र सहायक पीरुलाल खाटकिया, वनरक्षक प्रदीप मंडलोई, संजय गौड़, देवराजसिंह सिसोदिया, चौकीदार हीरालाल गुर्जर, स्नेक कैचर्स सद्दाम खां एवं राजा मौके पर पहुंचे। मौके से दोनों अजगरों का सुरक्षित रेस्क्यू कर कुंडलिया डैम के पानी में छोड़ा गया। दोनों अजगरों को सुरक्षित पकडऩे में स्नेक कैचर्स सद्दाम एवं रजक निवासी बड़ागांव का विशेष योगदान रहा।
कुंडलिया डैम डुब प्रभावित क्षेत्र में पानी खत्म होने से अजगर घर में घुसे
ग्राम पंचायत भंडावद के सरपंच महेश पाटीदार ने बताया कि कुंडलिया डैम परियोजना के तहत हमारे गांव के बीच में स्थित नाले की वजह से गांव कुंडलिया डैम डुब प्रभावित क्षेत्र में है उक्त नाले में पानी भरा हुआ था लेकिन डेम से सिंचाई के लिए नहरो में पानी छोड़े जाने के बाद कुछ स्थान पर पानी खाली हो गया इसके चलते दो अजगर गांव की पुरानी बस्ती में स्थित मकान में जो डुब प्रभावित क्षेत्र में है उसे मकान में घुस गए जिन्हें वन विभाग की टीम द्वारा रेस्क्यू कर सुरक्षित डैम के पानी में छोड़ा गया।
अजगर मिलने के बाद ग्रामीणों में भय का माहौल
ग्राम भंडावद की पुरानी बस्ती जो डूब प्रभावित क्षेत्र में है उस बस्ती के एक मकान में दो अजगर घुसने की घटना के बाद ग्राम भंडावद के ग्रामीणों में भय का माहौल है ग्रामीणों का कहना है कि अगर कुंडलिया बांध का पानी क्षमता अनुसार भरा जाता है तो नए बसाए गए गांव से पानी सिर्फ 500 मीटर दूर रहेगा ऐसे में जंगली जीव जंतुओं का खतरा बना रहेगा।