भव्य आयोजन की शुरुआत 14 फरवरी से, शिवाजी के राज्याभिषेक का नाट्य मंचन
धार, अग्निपथ। महाराजा भोज स्मृति बसंतोत्सव समिति 990वां भव्य आयोजन की तैयारी में जुट गई है। शहर का पहला गौरव दिवस (बसंत पंचमी) के साथ चार दिनों तक बसंतोत्सव मनेगा। इस मर्तबा छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा स्थापित हिन्दवी स्वराज्य की 350वीं वर्षगांठ पर विशेष आयोजन समिति की ओर से किया जा रहा हैं।
बसंत पंचमी पर धार गौरव दिवस मनाने की स्वीकृति मिली है। इस बार बसंत पंचमी 14 फरवरी को आ रही है। यानी इसी दिन से बसंत उत्सव और गौरव दिवस कार्यक्रम एक साथ आयोजित होंगे। नगर पालिका महाराजा भोज स्मृति बसंत उत्सव समिति के साथ मिलकर यह आयोजन कराएगी। महाराजा भोज उत्सव समिति द्वारा पूर्व में ही चार दिवसीय भोज उत्सव की घोषणा कर दी थीं। वहीं अब नगर पालिका भी चार दिवसीय गौरव दिवस की रूपरेखा बना रही है। नपा द्वारा कवि सम्मेलन सहित देवजी माता मंदिर प्रांगण में भव्य आतिशबाजी का प्रस्तावित प्रोग्राम है।
एक साथ दो खुशी
धार शहर व जिले के लोगों के लिए दोहरी खुशी का अवसर है क्योंकि शहरवासियों में उत्साह भोजशाला में बसंत उत्सव का आयोजन हर साल होते आ रहा है। यह कार्यक्रम महाराजा भोज उत्सव समिति द्वारा किया जाता रहा है। जिसमें संपूर्ण हिंदू और सनातनी समाज शामिल होते आ रहा है। भोजशाला में पूजा-पाठ, यज्ञ व हवन आदि कार्यक्रम संपन्न कराए जाते हैं। इसी के साथ गौरव दिवस कार्यक्रम होने से दोहरे आयोजन की खुशी है। जिसका उत्साह शहरवासियों में भी देखा जा रहा है।
14 से 17 फरवरी तक आयोजन
महाराजा भोज स्मृति बसंत उत्सव का आयोजन इस बार 14 से 17 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा। इसके लिए आयोजन समिति ने व्यापक स्तर पर तैयारी कर ली है। धार सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजन के बारे में प्रचार- प्रसार भी किया जा रहा है। सुमित चौधरी ने बताया कि 14 फरवरी को प्रात: 7 बजे भोजशाला में यज्ञ के साथ आयोजनों का दौर शुरू हो जाएगा।
वहीं मां वाग्देवी की भव्य शोभायात्रा निकाली प्रात: 10:30 बजे लालबाग परिसर से शुरू होगी। शहर के प्रमुख मार्गों से भ्रमण करते हुए शोभायात्रा मोतीबाग चौक पहुंचेगी। जहां पर पूजा के बाद विराट धर्म सभा का आयोजन रखा गया है।
दोपहर 12:30 बजे धर्म सभा की शुरुआत होगी। विशेष रूप से आमंत्रित वक्ता धर्म सभा को संबोधित करेंगे। वहीं 15 फरवरी को मातृशक्ति सम्मेलन का आयोजन किया गया है इसमें महिलाएं दोपहर 1:30 बजे भोजशाला में महिलाएं पूजन आरती और हवन करेगी।
15 फरवरी को रात्रि 8 बजे शिवाजी के राज्याभिषेक पर आधारित नाटक का मंचन किया जाएगा। अभिव्यक्ति नाट्य संस्थान देवास द्वारा शिवराज्याभिषेक की प्रस्तुति दी जाएगी। 16 फरवरी शुक्रवार को सुधीर व्यास इंदौर की रात्रि 8 बजे भजन संध्या होगी।
17 फरवरी को परंपरा अनुसार कन्या पूजन अखंड ज्योति मंदिर परिसर मोती बाग चौक में होगा। इसके साथ में चार दिवसीय महाराजा भोज स्मृति बसंत उत्सव का समापन होगा।
पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने किया दौरा
दरअसल यहां पर हिंदू समाज को साल में एक बार बसंत पंचमी के दिन सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक पूजा-पाठ की अनुमति है। ऐसे में हजारों की संख्या में लोग दर्शन के लिए इसी दिन आते है। आयोजन समिति के साथ ही प्रशासनिक हलचल भी शुरु हो चुकी है। स्थानीय। पुलिस व प्रशासनिक अमले ने भोजशाला व आसपास के क्षेत्र का भ्रमण कर कानून व्यवस्था के हिसाब से तैयारियां शुरु कर दी है। चार दिवसीय आयोजन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के लिए बडी संख्या में पुलिसबल सहित राजस्व विभाग का अमला तैनात किया जाता है। साथ ही सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जाती हैं, जल्द ही धार को अतिरिक्त पुलिस बल भी मिलेगा। सीएसपी रविन्द्र वास्कले , एसडीओ पीडब्ल्यूडी भास्कर मालवीय, टीआई कमलेश शर्मा सहित अन्य अधिकारियों ने व्यवस्था देखी।
गौरव दिवस के प्रस्तावित कार्यक्रम
- 14 फरवरी: कवि सम्मेलन
- 15 फरवरी: खेलकूद प्रतियोगिताएं
- 16 फरवरी: राजा भोज पर आधारित निबंध प्रतियोगिता।
- 17 फरवरी: महाराजा भोज पर आधारित चित्रकला प्रदर्शनी। रात्रि में देवीजी मंदिर पर दीप प्रज्वलन व आतिशबाजी।