सुसनेर विधायक ने कहा-निष्पक्ष होनी चाहिए जांच
आगर-मालवा, अग्निपथ। जिले की सहकारी संस्थाओं में बड़ी तादाद में हुई फर्ज़ी नियुक्तियों के संबंध में सुसनेर विधायक भेरोसिंह बापू द्वारा विधानसभा में उठाए गए प्रश्न के बाद जिले की सहकारी संस्थाओं में हडक़ंप मचा हुआ है।
गौरतलब है कि बिना किसी विज्ञप्ति के तीन दर्जन से अधिक प्रबंधक, सेल्समैन, कम्प्यूटर आपरेटर व अन्य पदों पर साठगांठ से नियुक्तियां हुई है। इन नियुक्तियों पर पहले भी सवाल खड़े हो रहे थे। नियमो को ताक में रख कर की गई नियुक्तियों में अयोग्य लोगों को योग्य लोगों के स्थान पर नियुक्ति दे दी गई। सुसनेर विधायक भैरोसिंह बापू द्वारा विधानसभा में प्रश्न उठाने के बाद से सुसनेर के अलावा आगर की सहकारी संस्थाओं में भी हडक़ंप मचा हुआ है।
विधायक ने अपने प्रश्न में निम्न जानकारी मांगी है
- पीएसीएस सोसायटी में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की नियुक्ति एवं कार्यरत कर्मचारियों की पदोन्नति तथा सोसायटीवार सूची
- जिन दैनिक वेतन भोगियों की नियुक्ति की गई है, वह किन नियम निर्देशो के तहत की गई।
- क्या सहकारिता अधिनियम अनुसार एवं विभाग द्वारा जारी निर्देशो में प्रशासक को दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की नियुक्ति व कार्यरत कर्मचारियों की पदोन्नति एवं वेतन वृ द्धि देने का अधिकार है।
- यदि हाँ तो नियम एवं दिशा निर्देशों की प्रतिलिपि उपलब्ध कराने की मांग की गई है।
सुसनेर विधायक भैरोसिंह बापू का कहना है कि प्रश्न के जवाब में मंत्री द्वारा जांच कराने की बात कही गई है। लेकिन में किसानों के हित के लिए संघर्ष कर रहा हूं। फर्ज़ी नियुक्ति व किसानों के शोषण के विरुद्ध मेरा संघर्ष जारी रहेगा। मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए । सुसनेर जैसा ही मामला आगर विधानसभा क्षेत्र में भी है। जिसमें नियम विरुद्ध तरीके से नियुक्ति किए जाने के साथ ही मनमाने तरीके से वेतन वृद्धि भी की गई है। वेतन वृद्धि व नियुक्ति के मामले में प्रशासकों के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी दोषी है। सुसनेर के साथ ही आगर विधानसभा क्षेत्र में हुई फर्ज़ी नियुक्तियों व वेतन वृद्धि के मामले की जांच होनी चाहिए।