केंद्रीय मंत्री कुलस्ते ने नुकसानी आंकलने के दिए निर्देश
मंडला, (अजीत पटेल) अग्निपथ। जिले में कड़ाके की ठण्ड के साथ हुई अचानक बारिश से लोगों को काफी खामियाजा भुगतना पड़ा है। वहीं दूसरी ओर किसानों के लिए बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि ने तो घाव पर नमक छिडक़ने का काम किया है।
क्षेत्र में अचानक मौसम बदलने के कारण 11 फरवरी को बारिश के साथ भारी ओलावृष्टि हुई जिसके कारण किसानों के खेतों में लगी फसल के साथ-साथ जनजीवन भी प्रभावित हुआ है। जिले के कुछ क्षेत्रों में बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि ने किसानों की फसलों को बहुत नुक्सान पहुंचाया है।
केंद्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने निवास क्षेत्र में हुई ओलावृष्टि से किसानों की फसल का आंकलन जल्द कर सर्वे रिपोर्ट तत्काल प्रदेश सरकार को देने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए हैं। ताकि किसानों को उनकी फसल का समय पर मदद के रूप में मुआवजा मिल सके।
केंद्रीय मंत्री कुलस्ते ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के झाबुआ कार्यक्रम में शामिल होने जाते समय दूरभाष पर जिला प्रशासन को फसलों के नुकसान का सर्वे करने हेतु निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों को हर संभव मदद मिल सके इसके लिए राजस्व अमला द्वारा जमीनी सर्वे रिपोर्ट तत्काल तैयार करें शासन को प्रेषित करें।
मौसम में हुए बदलाव से बढ़ी ठंड
रुनीजा (बडऩगर), अग्निपथ। पिछले सप्ताह दिन रात का तापमान बढऩे व मौसम में बदलाव के कारण सुबह शाम हल्की ठंड तथा दिन गर्मी का मौसम चल रहा था। लग रहा था अब ठंड बिदा हो रही है और गर्मी का आगमन जल्दी हो जाएगा। परन्तु लगातार दो दिनों से बदले मौसम के बाद अब ठंड का असर बढ़ गया है। एक बार फिर लोगों को ठंड का एहसास होने लगा है।
दो तीन दिन से ठंडी हवाओं के चलने से तथा आसमान में बादल होने से ठंड अधिक बढ़ गई। एक बार फिर ठंडी हवा के चलेते ठंड अपना असर दिखाना चालू कर दिया है। रविवार की रात्रि ठंड अधिक होने के साथ सोमवार को हवा चलने से तथा सूर्य की लुका छुपी के कारण दिन भर मौसम ठंडा रहा। लोगों को अलाव जलाकर ठंड से राहत लेना पड़ी। ठंड के कारण लोग ऊनी व गर्म कपड़े पहनने के लिए पुन: विवश हो गए है।
वर्तमान मौसम के बारे जब किसानों से चर्चा की तो कई किसानों ने बताया कि इस ठंड से कुछ भी फायदा नही है। क्योकि 70 प्रतिशत से अधिक फसल तैयार हो गई है। गेंहू की कटाई प्रारम्भ होने वाली है। ठंड से फूल तथा देर से आने वाले गेंहू , चने आदि फसल को फायदा कम नुकसान ज्यादा ही होगा।