कलेक्टर से धोखेबाजों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
उज्जैन,अग्निपथ। अभिलाषा कॉलोनी में रहने वाले बीस परिवार के लोगों के साथ एक दंपत्ति के द्वारा अलग-अलग तरीके से धोखाधड़ी कर उनके मकान हड़पे जाने का मामला पीडि़तों ने मीडिया के सामने उजागर किया। एक पीडि़ता का आरोप है कि इन्होंने धोखे से मकान के अनुबंध के कागज लेकर अपने नाम से मकान की रजिस्ट्री करा ली है।
अभिलाषा कॉलोनी में कई पीडि़त शुक्रवार को मीडिया के सामने आए। उन्होंने आरोप लगाया कि ऋषि नगर में रहने वाले अरुण पोरवाल एवं उनकी पत्नी दीप्ति ने धोखे से कई परिवारों को अलग-अलग तरीके से चूना लगा कर धोखाधड़ी की है।
एक पीडि़ता अनामिका ठाकुर ने आरोप लगाया कि अभिलाषा कॉलोनी में भवन क्रमांक 134 उन्होंने राहुल चंद्र प्रकाश सारडा से खरीदा था। जिसका अनुबंध 2009 में कर मकान का कब्जा प्राप्त कर वहीं निवास कर रहे थे। कुरान 2014 में अरुण पौरवाल उनकी पत्नी दीप्ति उनके संपर्क में आई और मकान की रजिस्ट्री कराने के बहाने हमसे मकान के कागजात ले गए।
बार-बार रजिस्ट्री कराने के लिए बात कहने पर वह टालते रहे और 2019 में उन्होंने सारडा से अपने खुद के नाम रजिस्ट्री करा ली। उसके तीन चार माह बाद होने वाली लाइन कटवा दी, उसी के बाद से हम काफी परेशान रहकर इसकी शिकायत आदि करते रहे। परंतु कोई सुनने वाला नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि विगत 2 फरवरी को इंदौर जाने पर पोरवाल और उनकी पत्नी ने हमारे मकान का बिजली मीटर केबल सहित निकालकर ले गए।
बिजली घर पर पता किया तो उन्होंने बताया गया कि कलेक्टर और मुख्यमंत्री के आदेश से मीटर निकाला गया है। जबकि उनके पास एसडीएम कोर्ट का आदेश भी मकान में रहने का है और वह मकान से बेदखल करने के लिए तमाम हथकंडे अपना रहे हैं। उन्होंने कलेक्टर से मांग की है कि पूरे मामले की जांच कर धोखेबाजों के चंगुल से उन्हें बचाया जाए।