उज्जैन, अग्निपथ। मजदूर की तबीयत बिगडऩे पर उसकी पत्नी ने टीआई की गाड़ी को रोक लिया। टीआई मजदूर को अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां सिर की नस फटना सामने आया। मजदूर की परिस्थिति को देख टीआई ने मदद की। स्टॉफ को पता चला तो उन्होने भी इलाज के लिये पैसे एकत्रित किये, जो 1.75 लाख हो गये।
पुलिस को लोग सख्त लहजे से देखते हैं और आरोप-प्रत्यारोप भी लगाते है। लेकिन एक घटना में पुलिस की मानवता का नजारा भी सामने आया है। बताया जा रहा है कि रविवार रात गश्त के बाद नीलगंगा टीआई विवेक कनोडिय़ा अपने घर पाश्र्वनाथ सिटी पहुंचे थे। कालोनी में प्रवेश करते ही उनकी गाड़ी की आवाज सुनकर कालोनी में मजदूरी करने वाली महिला सामने आ गई और बताया कि पति की तबीयत काफी बिगड़ गई है।
टीआई अपनी गाड़ी से निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद सिर की नस फटना बताया। मजदूर राजूनाथ का परिवार टीआई के मकान निर्माण के दौरान उनके यहां काम कर चुका था। उनकी आर्थिक स्थिति से टीआई परिचित थे। उन्होंने राजूनाथ की हालत गंभीर देख उपचार के लिये अस्पताल में हाथो हाथ 50 हजार रुपए जमा करा दिये और नीलगंगा थाना ग्रुप और कालोनी के ग्रुप में मदद के लिये मैसेज भेजा।
स्टॉफ भी मदद के लिये आगे आ गया और कालोनी में रहने वालों ने भी पैसे एकत्रित करना शुरू कर दिये। पुलिस की ओर से सवा लाख और कालोनी की ओर से 50 हजार रूपये एकत्रित हो गये। टीआई निजी अस्पताल में न्यूरो सर्जन से मजदूर का उपचार कर रहे हैं। राजूनाथ के तीन बच्चे और पत्नी है। जिनके भोजन की व्यवस्था कालोनी के लोग कर रहे है। राजू नाथ मूलरूप से झारडा का रहने वाला है और निर्माणाधीन कालोनियों में मजदूरी के साथ चौकीदारी का काम भी करता है।
बोर्ड परीक्षा के दौरान स्कूलों के आसपास या अन्य स्थानों पर डीजे का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा
उज्जैन, अग्निपथ। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए गए निर्णय के पालन में कलेक्टर नीरज कुमार सिंह द्वारा जारी किए निर्देशों के पालन में माध्यमिक शिक्षा मण्डल की बोर्ड परीक्षा के दौरान सभी स्थानों पर डीजे का उपयोग पूर्णत: प्रतिबंधित किया गया है।
वर्तमान में 10वी एवं 12वी की परीक्षाओं को दृष्टिगत रखते हुए पुन: निर्देशित किया गया है कि जिले के स्कूलों के आसपास या अन्य किसी भी स्थान पर डीजे का प्रयोग पाया गया तो डीजे संचालक के विरूद्ध म.प्र.कोलाहल नियंत्रण अधिनियम के अन्तर्गत वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।