विश्वविद्यालय परिसर में बने दोनो तालाबों से तकरीबन 45 लाख लीटर वर्षा जल एक बार में संग्रहित होगा
उज्जैन, अग्निपथ। विक्रम विश्वविद्यालय परिसर में रेवाखण्ड फाउंडेशन उज्जैन द्वारा निर्मित दो तालाबों का लोकार्पण 14 फरवरी को सांसद अनिल फिरोजिया के करकमलों द्वारा किया गया। दोनों तालाबों को रेवाखंड फाउंडेशन के मिलिंद पंडित व डॉ स्वाति संवत्सर की मातृ शक्ति के नाम पर क्रमश: मन्दाकिनी ताल एवं कुसुम ताल का नाम दिया गया।
इस अवसर पर सांसद अनिल फिरोजिया ने सांसद निधि से एक और तालाब बनवाने की घोषणा की तथा सहयोगी संस्था वृक्ष मित्र सेवा समिति को सिंचाई हेतु रू 11000/- राशि दान स्वरूप देने की घोषणा की। इस अवसर पर अन्य दानवीरो ने भी घोषणा की। इस अवसर पर कुलगुरु प्रो अखिलेश पांडे, जिला वन अधिकारी डॉ किरण बिसेन, भाजपा के नगर महामंत्री संजय अग्रवाल भी उपस्थित थे।
आपने भी संस्था को नगद आर्थिक सहयोग 11000/- किया। सांसद ने कार्य की प्रशंसा करते हुवे कहा की जनभागीदारी से होने वाले कार्यों की अपनी अहमियत है। साथ ही उन्होंने रेवाखंड फाउडेशन से अविरल क्षिप्रा योजना हेतु तकनीकी सहायता की मांग की। विश्वविद्यालय परिसर में बने दोनो तालाबों से तकरीबन 45 लाख लीटर वर्षा जल एक बार में संग्रहित होगा जो की वृक्ष मित्र संस्था द्वारा लगाए गए पौधो को सिंचित करने हेतु निश्चित ही उपयोगी होगा।
तालाबों की खुदाई से निकली मिट्टी का उपयोग विश्वविद्यालय परिसर में खेल मैदान निर्माण एवं जमीन समतलीकरण में उपयोग किया गया। वृक्ष मित्र सेवा समिति के अजय भातखंडे ने संचालन किया और प्रवीण साठे ने सभी अतिथियों को तुलसी के पौधे स्मारक चिन्ह स्वरूप प्रदान किए। इस अवसर पर वृक्ष मित्र सेवा समिति के सदस्य गण एवं यूथ हॉस्टल के सदस्य व विश्वविद्यालय के गणमान्य सदस्य उपस्थित थे।