उज्जैन, अग्निपथ (राजेश रावत)। कान्ह नदी का गंदा पानी एक बार फिर से शिप्रा मे मिल रहा है। 24 घंटों से मिल रहे इस दूषित पानी को रोकने के लिए जल संसाधन विभाग के पास कोई तरीका नहीं है। यानी उज्जैन शहर और देश भर से आने वाले भक्तों को फिर से दूषित पेयजल का इस्तेमाल करना पड़ सकता है।
जल संसाधन विभाग के ईई कमल कुवाल का कहना है कि राघोपिपल्या की लाइन से कान्ह का गंदा पानी आगे जाता है। परन्तु भूखी माता क्षेत्र में पाईप लाइन फूट जाने के कारण इस लाइन को 12 दिन से बंद कर रखा है। इसलिए अब कान्ह का पानी गुरुवार को त्रिवेणी शनि मंदिर पर खान के पानी की आवक ज्यादा होने के कारण त्रिवेणी बैराज ओवर लो होकर खान का गंदा पानी और खराब पानी गउघाट, रामघाट पर शिप्रा में मिलने लगा है। अभी भूखी माता का काम 3 दिन और चलेगा। इस वजह से इस दूषित पानी को रोकना मुश्किल है। काम पूरा होने के बाद ही कान्ह का दूषित गंदा पानी लाइन से डायवर्ट किया जा सकेगा।
हालांकि वे यह नहीं बता पाए कि सुबह छह बजे से अब तक कितना गंदा पानी रामघाट और गऊघाट में मिला है। गऊघाट कंट्रोल रूम का कहना है कि अभी धीरे -धीरे पानी ओवर लो हुआ है। इसलिए वे भी इसका आकंलन करके नहीं बता सकते हैं।
इनका कहना है
शहर को आज से पेयजल की प्रतिदिन आपूर्ति की जाएगी। अगर कान्ह का गंदा पानी शिप्रा में मिलेगा तो हम शिप्रा को बंद करके गऊघाट से लोगों को साफ पानी सप्लाई करेंगे। -प्रकाश शर्मा, प्रभारी, नगर निगम पीएचई