800 करोड़ रुपए की लागत से होगा पुनर्निर्माण, स्टेशन प्रबंधक ऑफिस, आरपीएफ थाने को किया जाएगा शिफ्ट
उज्जैन, अग्निपथ। सिंहस्थ- 2028 महापर्व का अवंतिका नगरी उज्जैन में आयोजन किया जाना है। जिसके चलते देश विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का शहर में आगमन होगा। वहीं महाकाल लोक के बनने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ रही है। इसी के रेलवे द्वारा उज्जैन रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक और भीड़ प्रबंधन के मानक अनुसार 800 करोड़ रुपए की लागत से पुनर्निर्माण करने की योजना बनाई गई है।
शनिवार सुबह दौंड एक्सप्रेस से पश्चिमी रेलवे के मु य इंजीनियर परमेश्वर पुकनाल और रेलवे बोर्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर मेंबर ब्रजमोहन अग्रवाल निजामुद्दीन एक्सप्रेस से उज्जैन रेलवे स्टेशन पहुंचे। प्लेटफार्म 8 पर अपने सैलून से उतरने के बाद उन्होंने प्लेटफार्म का निरीक्षण शुरू किया। रेलवे बोर्ड के अफसरों द्वारा स्टेशन का निरीक्षण किये जाने की सूचना के बाद प्लेटफार्म 1 व 8 पर विशेष सफाई अभियान चलाया गया। सफाईकर्मी प्लेटफार्म के अलावा परिसर की भी धुलाई करते नजर आये। प्रवेश व निर्गम द्वार पर रेलवे के अफसर व आरपीएफ के जवान तैनात थे।
रेलवे अफसरों ने बताया कि आगामी सिंहस्थ- 2028 महापर्व के मद्देनजर स्टेशन का पुनर्निर्माण किया जाना है। रेलवे अफसरों द्वारा निरीक्षण का कार्यक्रम एक दिन पूर्व उज्जैन रेलवे अधिकारियों को मिल चुका था। इसी के चलते सुबह से रेलवे अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा प्लेटफार्म 1 पर नपती करने के साथ ही दूरी व लंबाई के चिन्ह भी ऑइल पेंट से लगाये गये।
तैयारी शुरू: प्लेटफार्म-1, 8 का पुनर्निर्माण होगा
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इसी योजना को अंतिम रूप देने के लिये टीम द्वारा निरीक्षण किया जा रहा है। करीब 800 रुपये की लागत से प्लेटफार्म 1 और प्लेटफार्म 8 का पुनर्निर्माण होगा, जिसमें प्लेटफार्म 1 पर स्थित विभिन्न ऑफिसों स्टेशन प्रबंधक, आरपीएफ थाना आदि की भी शिफ्टिंग की जायेगी। उल्लेखनीय है कि यहां स्थित जीआरपी थाने को पहले ही प्लेटफार्म 8 स्थित नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया जा चुका है।