भगवती दीक्षा की मुमुक्षु अंजलि बोकाडिय़ा का धर्मसभा में किया अभिनंदन
बदनावर, अग्निपथ। यश, कीर्ति, नाम के लिए व्यक्ति अनेक अनैतिक कार्य करता है। जिस व्यक्ति को लोकेशना, प्रसिद्धि की कामना होती है वह पद प्रतिष्ठा हेतु अर्थ उपार्जन में नीति को तिलांजलि दे देता है। संसार में आसक्त व्यक्ति पाप क्रिया करता है दुव्र्यसनो, फैशन, इंद्रिय विषय भोग में लीन संसार परिभ्रमण जन्म मरण करता रहता है।
यह बात जैन संत जिनेंद्र मुनि जी ने धर्मसभा में कही। सभा का आयोजन मुमुक्षु अंजलि बोकाडिय़ा के जैन भगवती दीक्षा लेने के अवसर पर किया गया गया था। इस दौरान मुनिश्री ने कहा कि जिसको भगवान के वचनों में श्रद्धा होती है, वह गृहस्थ आजीविका चलाने के लिए उदासीन वैराग्य भाव से कार्य करता है। जिस आत्मा में वैराग्य आ जाता है वह संसार त्याग कर संयम ग्रहण कर लेता है।
धर्मसभा में अंजलि बोकाडिया को अभिनंदन पत्र, शाल, माला श्रीसंघ अध्यक्ष सुरेंद्र मूणत आदि ने भेंट कर सम्मान किया। वहीं, धर्मदासगण परिषद अध्यक्ष विनित वागरेचा ने दीक्षार्थी अजंली बोकडिया का अभिनंदन किया। मुमुक्षु अंजलि की दीक्षा अनुमोदन के लिए संत 21 एवं 40 महासतियों का सानिध्य प्राप्त हुआ है। समाजजन में उत्साह है।
दोपहर में दीक्षार्थी वर्षीदान यात्रा में बड़ी संख्या में नगर वासी सर्व समाज के नर नारी सम्मिलित हुए अभूतपूर्व उत्साह रहा गगन भेदी नारो से जयकारा लगाते हुए सभी जन सम्मिलित हुए। पांच दिवसीय दीक्षा महोत्सव के लाभार्थी अभय कुमार, कविश, प्रीतेश, हिमांशु बोकाडिया ने लिया।
बदनावर में 23 साल की अंजली बोकडिय़ा आज लेंगी दीक्षा
हार्डवेयर कारोबारी की बीएससी शिक्षित 23 वर्षीय बेटी अंजली बोकडिय़ा सांसारिक सुखों को त्याग कर संयम पद की ओर अग्रसर हो चुकी है। अंजली दीक्षा लेकर जैन साध्वी बनेगी। नगर में 5 दिवसीय दीक्षा महोत्सव में अंतिम दिन सोमवार सुबह 9 बजे भगवती दीक्षा लेगी। जिसमे हजारों लोग शामिल होंगे। जैन संत जिनेंद्र मुनिजी अजंली को दीक्षा प्रदान करेंगे। सब्जी मंडी प्रांगण में होने वाली दीक्षा के दिन हजारों की संख्या में लोग शामिल होंगे।
रविवार को सूर्योदय पर स्थानक भवन में गुरुदर्शन, वंदन, प्रार्थना हुई। इसके बाद लोकाशाह मांगलिक भवन में नवकारसी का आयोजन हुआ। स्थानक भवन में प्रवचन हुए। दोपहर में वरघोड़ा निकला गया। सोमवार सुबह 7 बजे महाभिनिष्क्रमण यात्रा शुरू होगी। सब्जी मंडी में सुबह 9 बजे जिनेद्रमुनिजी आदि संत व महासती मण्डल के सानिध्य में जैन भगवती दीक्षा का कार्यक्रम होगा।
दीक्षा लेने के बाद अजंली जैन साध्वी बनेगी। दीक्षा महोत्सव को लेकर नगर में धर्ममय माहौल है। पूरे नगर को पंचरंगी पताकाओं से सजाया गया है। रविवार सोमवार को जैन समाज द्वारा कारोबार बंद रखा गया है।