उज्जैन, अग्निपथ। खजुराहो में चल रहे 50वें नृत्य महोत्सव में शहर की विभिन्न नृत्य कला संस्थान के कई कलाकारों ने भाग लेकर उज्जैन नाम रोशन किया है। सबसे पहले शुद्ध तीन ताल में जयपुर घराने के पं. राजेन्द्र गंगानी के निर्देशन में शुद्ध कथक के साथ राग बसंत की लय ताल पर एक साथ 1484 कथक साधकों के पैर 16 मिनट तक कंदरिया महादेव मंदिर के सामने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कथक नृत्य पर थिरकते रहे। यह गिनीज वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज किया गया है।
रिकॉर्ड बनाने में हुए ये शामिल
नृत्यसिद्धा कला अकादमी की डायरेक्टर रितु शुक्ला ने बताया कि म.प्र.के 50वे अंतरराष्ट्रीय खजुराहो नृत्य महोत्सव गोल्डन जुबली के अवसर पर खजुराहो में कंदरिया महादेव मंदिर के सामने कथक की प्रस्तुति में उज्जैन की नृत्यसिद्धा कला अकादमी, निनाद नृत्य अकादमी, आरंभ नृत्य पाठशाला, रसराज प्र्र्रभात नृत्य संस्थान, प्रतिकल्पा नृत्य संस्थान आदि के कथक कलाकारों ने भाग लिया। इसमें उज्जैन के 300 कलाकार, इंदौर से 450 और देवास से 150 कलाकारों ने भाग लिया। इस तरह से कुल 1484 कथक कलाकारों ने अपनी जुगलबंदी से विश्व कीर्तिमान बनाकर गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज किया।