भोपाल। कोरोना संक्रमण के बीच मरीजों का इलाज करने वाले जूनियर डॉक्टर्स, पैरामेडिकल और नर्सिंग स्टाफ का सरकार बीमा कराएगी। ये बीमा सिर्फ मेडिकल कॉलेज में पढ़ने के दौरान दिया जाएगा। शहर के गांधी मेडिकल कॉलेज समेत प्रदेश के 13 मेडिकल कॉलेजों के 15 हजार छात्रों को इसका सीधा फायदा होगा।
चिकित्सा शिक्षा विभाग के अफसरों ने दावा किया है कि यह देश की पहली चिकित्सा छात्र बीमा योजना होगी। इसका लाभ 18 से 35 साल के तक छात्रों को मिलेगा। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि जूनियर डॉक्टर्स 24 घंटे सातों दिन मेडिकल कॉलेज में आने वाले मरीजों का इलाज उनकी निगरानी करते हैं, इसलिए उनको इस योजना से जोड़ा गया है।
छात्रों की संख्या
एमबीबीएस 7500
पीजी 2000
नर्सिंग 1300
पैरामेडिकल 2200
ऐसा रहेगा बीमा
डेथ कवर 10 लाख
अस्थाई डिसेबिलिटी 5 लाख
स्थायी डिसेबिलिटी 10 लाख
स्वास्थ्य बीमा 2 लाख
क्रिटिकल बीमारियों का इलाज भी…
मेडिक्लेम के अंतर्गत क्रिटिकल बीमारियों का इलाज शामिल रहेगा। साथ ही छात्रों की पूर्व से मौजूद बीमारियों को भी मेडिक्लेम में शामिल किया जाएगा। योजना के लागू होने से प्रदेश के शासकीय चिकित्सा कॉलेजों में पढ़ रहे छात्रों एवं उनके परिवार पर बीमारी की स्थिति में कोई भी आर्थिक भार नहीं आएगा।
ओपीडी कवर भी रहेगा… इस योजना में ओपीडी कवर भी दिया जाएगा। मेडिक्लेम में छात्रों की पूर्व मौजूदा बीमारियों को कवर किया जाएगा।