शहर में दो बड़े आयोजन को लेकर पूरा प्रशासनिक अमला दिन-रात जुटा
उज्जैन, अग्निपथ। शहर में 1 और 2 मार्च को आयोजित रीजनल इंडस्ट्रीयल कान्क्लेव और 1 से 9 मार्च तक विक्रमोत्सव के आयोजन में लगा प्रशासनिक अमला व्यवस्थाओं को मैनेज करने में बीमार हो रहा है। सीने में दर्द की शिकायत को लेकर शहर के एसडीएम को गुरुवार की रात को भर्ती किया गया था। वहीं शहर के सबसे बड़े प्रशासनिक अधिकारी की भी तबीयत नासाज हो गई। लिहाजा उनके इलाज के लिये भी जिला अस्पताल की मेडिकल टीम ने घर पहुंचकर उनका इलाज किया।
दोनों ही आयोजनों को लेकर शहर के प्रशासनिक अधिकारी दिनरात भागदौड़ कर रहे हैं। रीजनल इंडस्ट्रीयल कान्क्लेव बड़ा आयोजन होने के कारण प्रशासनिक अधिकारियों ने दिनरात एक कर दी है। लिहाजा अब अधिकारी ज्यादा एग्जर्शन होने के कारण बीमार भी हो रहे हैं। गुरुवार की रात को शहर के एसडीएम धीरेन्द्र पाराशर सीने में दर्द की शिकायत को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे।
हालत खराब देखकर उनको आईसीयू में भर्ती कर लिया गया था। उनको देखने के लिये देररात कॉल ड्यूटी पर मेडिकल स्पेशलिस्ट डॉ. एचपी सोनानिया को बुला लिया गया था। हालत ठीक होने के बाद रात्रि में ही एसडीएम श्री पाराशर अपने घर चले गये। लेकिन सुबह फिर से उनको सीने में दर्द उठा, लिहाजा वे पुन: शुक्रवार की सुबह जिला अस्पताल पहुंचे। यहां पर आईसीयू में फिर से भर्ती कर उनको इलाज किया गया। हालत ठीक होने पर उनको शुक्रवार की शाम को डिस्चार्ज कर दिया गया।
जिले के बड़े अधिकारी भी बीमार
जिले के सबसे बड़े प्रशासनिक अधिकारी भी इस भागदौड़ में बीमार हो गये। शुक्रवार की शाम को उनके घर मेडिसीन स्पेशलिस्ट डॉ. अजय निगम अपनी टीम सहित पहुंचे और उनको इलाज शुरू किया गया। ज्ञात रहे कि आगामी दौर में महाशिवरात्रि पर्व भी अधिकारियों को निपटाना है। जिसमें15 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसको मैनेज करना भी प्रशासनिक अधिकारियों की परेशानी का सबब बन सकता है। यह दो बड़े आयोजन तो चल ही रहे हैं। ऐसे में प्रशासनिक अधिकारियों की पूरी टीम दिनरात आयोजनों को सफल बनाने के लिये लगी हुई है।
पैतृक गांव से परिवार लौटा तो टूटा मिला मकान का ताला
उज्जैन, अग्निपथ। पैतृक गांव गया परिवार शुक्रवार सुबह लौटकर आया तो मकान का ताला टूटा मिला। मक्सीरोड प्रदीप विहार कालोनी में रहने वाला दिलीपसिंह राजपूत गुरूवार सुबह परिवार के साथ पैतृक गांव चला गया था। मकान सूना था, शुक्रवार सुबह आसपास के लोगों ने दरवाजा खुला देखा तो दिलीपसिंह का फोन पर सूचना दी। परिवार दोपहर में लौटकर आया तो ताला टूटा और सामान अस्त-व्यस्त पड़ा देखा। चोरी होने की सूचना पुलिस को दी गई।
पंवासा थाने की डायल हंड्रेड मौके पर पहुंची। जहां के दौरान सामने आया कि बदमाशों ने एलईडी टीवी के साथ अलमारी में रखे सोने-चांदी के आभूषण चोरी किये है। पुलिस ने आसपास सीसीटीवी कैमरे देखे लेकिन कैमरे होना सामने नहीं आये। शहर में चोरों की गैंग पिछले 2 माह से घूम रही है। अब तक नीलगंगा, माधवनगर, चिमनगंज, महाकाल, कोतवाली, नागझिरी, पंवासा थाना क्षेत्र में वारदाते हो चुकी है।
नीलगंगा और चिमनंगज थाना क्षेत्र में बदमाशों की गैंग के फुटेज भी सामने आये थे, लेकिन अब तक पुलिस बदमाशों की पहचान नहीं कर पाई है। बदमाश अब तक 15 से 20 मकानों और आधा दर्जन दुकानों के ताले तोड़ चुके है।