श्रद्धालुओं को दूर तक नंगे पैर पैदल जाना पड़ रहा अपना सामान लेने
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश करने से पूर्व अपने जूते-चप्पल और सामान बाहर ही रखना पड़ते हंै। शंख द्वार स्थित लॉकर रूम को मंदिर प्रशासन द्वारा बंद करवा दिया गया है। श्रद्धालु अपने जूते-चप्पल तो शंख द्वार पर बनेे जूता चप्पल स्टैंड पर और सामान निर्गम गेट पर बनाए गए लॉकर रूम में रख रहे हैं। ऐसे में दो अलग-अलग जगह से उनको अपना सामान एकत्रित करने में परेशानी आ रही है।
महाकालेश्वर मंदिर के शंख द्वार पर पूर्व में लॉकर रूम के साथ-साथ जूता स्टैंड भी था। लेकिन यहां के लॉकर रूम को बंद कर पक्की दीवार चुनवा कर यहां पर कोठार शाखा को स्थानांतरित करने की योजना बनाई गई है। नए लॉकर रूम को निर्गम गेट के पास अस्थाई शेड बनाकर शुक्रवार से यहां पर सामान रखना भी शुरू कर दिया गया है।
श्रद्धालु की परेशानी यह है कि उनको अपना सामान निर्गम गेट स्थित लॉकर रूम में रखना पड़ रहा है और जूते चप्पल शंख द्वार स्थित जूता चप्पल स्टैंड पर उतारने पड़ रहे हैं। निर्गम गेट से निकलते समय श्रद्धालु लॉकर रूम से सामान तो एकत्रित कर रहा है। लेकिन जूते-चप्पल के लिए उसको शंख द्वार पर बने जूता चप्पल स्टैंड तक जाना पड़ रहा है। क्योंकि निर्गम गेट पर बना जूता चप्पल स्टैंड पर कोई भी कर्मचारी उनके जूते चप्पल की सुरक्षा के लिए तैनात नहीं है और शेड विहीन भी है। गर्मी के सीजन में श्रद्धालुओं का इतना लंबा नंगे पैर चलना मुसीबत भरा रहेगा। यह बच्चे और बुजुर्गों के लिए परेशानी का सबब बनेगा।
नए जूता स्टैंड निर्माण में लेतलाली
निर्गम गेट के पास नए लॉकर रूम का निर्माण तो कर दिया गया है। इसके पास ही बिना शेड बनाए जूता चप्पल रखने के लिए अस्थाई स्टैंड भी बना दिया गया है। कई श्रद्धालु यहां पर अपने जूते चप्पल तो रख रहे हैं। लेकिन उनके जूते चप्पल चोरी हो रहे हैं। क्योंकि इसके आसपास शेड का निर्माण नहीं किया गया है। जिसके चलते जूते चप्पल खुले में रखे रहते हैं और कोई भी आकर इनको पहनकर जा सकता है। किसी मंदिर कर्मचारी या आउटसोर्स कर्मचारी को भी यहां पर नियुक्त नहीं किया गया है। श्रद्धालु अपने जूते-चप्पल ऐसे ही रखकर महाकाल दर्शन को जा रहे हैं। यहां पर जूते चप्पल रखने वालों की चरण पादुका चोरी करने वाले चोरों को मंदिर की क्यूआर टीम कई बार पकड़ चुकी है। ऐसे में निर्गम द्वार पर ही पूरी तरह से जूता चप्पल स्टैंड और लॉकर रूम का स्थापित हो जाए तो एक ही जगह पर श्रद्धालुओं को दोनों सुविधाएं प्राप्त हो जाएंगी। श्रद्धालु आने वाली गर्मी में इतनी दूर पैदल चलने से भी बच जाएगा।
एक महीने में भी नहीं बना पाए शेड
महाकालेश्वर मंदिर के निर्गम गेट के पास लॉकर रूम और जूता चप्पल स्टैंड बनाने का काम करीब एक महीने पहले शुरू किया गया था। यहां पर अस्थाई शेड बनाने के लिए खंबे तो खड़े कर दिए गए लेकिन केवल लॉकर रूम की ही अभी तक आसपास से टीन की चद्दर लगा पाए। जूता स्टैंड को ऐसे ही लावारिस छोड़ दिया गया। इसके आसपास टीन की चद्दर नहीं लगाई गई। काम इतनी धीमी गति से चल रहा है जोकि संभवत: शिवरात्रि पर्व तक ही पूरा हो पाएगा।