महिदपुर पुलिस को मिली थी गला कटी लाश, 36 घंटे में हुआ खुलासा
उज्जैन/महिदपुर, अग्निपथ। महिदपुर में 2 दिन पहले ग्रामीण की गला कटी लाश पुलिस ने बरामद की थी। 36 घंटे में पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई। हत्या को मृतक ग्रामीण के पुत्र ने अपने मामा और जीजा के साथ मिलकर अंजाम दिया था। पुलिस में पुत्र और उसके मामा को हिरासत में ले लिया है। जीजा की तलाश की जा रही है।
ग्राम रसलपुरा में 1 मार्च की सुबह सुरेसिह उर्फ सुरेशसिह की लाश पुलिस ने घर से कुछ दूर खेत की ओर जाने वाले रास्ते पर बने रामदेव मंदिर के पास से बरामद की थी। मृतक का गला कटा हुआ था। पुलिस ने भाई बहादुर सिंह की शिकायत पर सुरेसिह की हत्या करने का मामला अज्ञात आरोपियों के खिलाफ दर्ज कर जांच शुरू की थी।
परिजनों से पूछताछ के दौरान पुत्र रुद्र प्रताप पर संदेह हुआ तो उसे हिरासत में लेकर पूछता शुरू की गई। पुलिस की सख्त पूछताछ में वह टूट गया और मामा दिलीपसिह निवासी मालाखेडा थाना ताल जिला रतलाम और जीजा बबलु निवासी सांगरीखेडा के साथ मिलकर पिता की हत्या करना कबूल कर लिया।
पुलिस में मामा और जीजा की तलाश शुरू की और मामा को हिरासत में ले लिया। रुद्र प्रताप का जीजा फरार होना सामने आए। 36 घंटे में हत्या के दो आरोपी गिरफ्तार किए जाने के बाद रविवार दोपहर पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया। टीआई राजवीर सिंह गुर्जर ने बताया कि अंधा कत्ल प्रतीत हो रहे मामले का खुलासा करने में थाना पुलिस टीम के साथ साइबर सेल टीम की भूमिका रही है।
शराब के नशे में आए दिन करता था मारपीट
मृतक की पत्नी के भाई और पुत्र को गिरफ्तार करने के बाद सामने आया कि मृतक सुरे सिंह नशे का आदी था और आए दिन पत्नी श्यामू भाई और पुत्र रुद्र प्रताप के साथ मारपीट करता था। मृतक की बहू पर भी गंदी नजर थी। उसे दिन पहले ही पुत्र ने पिता सुरेसिंह के मारपीट की शिकायत भी पुलिस को दर्ज कराई थी।
घटना वाले दिन नशे में घर लोट सुरे सिंह ने विवाद किया था। जिसके बाद पुत्र ने मामा और जीजा के साथ मिलकर गला दबा दिया था। मौत होने के बाद लाश को घर से कुछ दूर रात के वक्त ले जाकर अंधेरे में फेंक दिया। उसके बाद जिंदा बचने की गुंजाइश न हो इसको देखते हुए चाकू से गला काट दिया था। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त बाइक और चाकू भी बरामद किया है।