पुलिस ने लिया हिरासत में
धार, अग्निपथ। शहर के सनसनीखेज स्कूल टीचर हत्याकांड में पुलिस ने मृतिका के भतीजे को हिरासत में ले लिया है। कई दौर की पूछताछ के बाद पुलिस इस नतीजे पर पहुंची है कि पैसों के लेनदेन को लेकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है।
जांच में सामने आया है कि मृतिका से भतीजे ने कुछ रुपए उधार लिए थे। जब मृतिका बार-बार रुपए लौटाने का दबाव बना रही थी तो उससे तंग आकर भतीजे ने इस हत्याकांड को अंजाम दे दिया।
हालांकि जांच में यह भी सामने आया है कि यह हत्याकांड सोची-समझी साजिश के तहत नहीं किया गया, लेकिन आरोपी ने इस हत्याकांड के बाद पुलिस को गुमराह करने का भरसक प्रयास किया। कई बार बयान भी बदले जिसके कारण पुलिस का शक गहरा होता गया और पूछताछ में आरोपी ने हत्या की बात कबूल ली।
गौरतलब है कि 25 फरवरी की रात 9.30 बजे श्री कृष्ण कॉलोनी में स्कूल टीचर आरती मकवाना की गला रेतकर हत्या कर दी थी। इस सनसनीखेज हत्याकांड का पुलिस के पास कोई सबूत नहीं था। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू की। पुलिस ने एक सप्ताह की लंबी जांच के बाद इस हत्याकांड को सुलझाने में सफलता हासिल की है।
हालांकि की पुलिस ने आधिकारिक तौर पर खुलासा नहीं किया है। सूत्र बताते हैं कि स्कूल टीचर आरती मकवाना हत्याकांड में मुख्य आरोपी के तौर पर कार्तिक राठौड़ निवासी शिवविहार कॉलोनी धार को हिरासत में लिया है। आरोपी कार्तिक की उम्र महज 19 वर्ष है। वह पेशे से प्रापर्टी ब्रोकर और शेयर मार्केट का काम सिख रहा था।
पुलिस सूत्रों की मानें तो आरती मकवाना से कार्तिक ने 15 हजार रुपए उधार लिए थे। आरती द्वारा रुपए लौटाने के लिए दबाव बनाया जा रहा था इससे तंग आकर कार्तिक ने इस हत्याकांड को अंजाम दे दिया।
इस तरह की वारदात
घटना दिनांक 25 फरवरी को रात 9.30 बजें कार्तिक श्री कृष्ण कॉलोनी स्थित अपनी मौसी आरती के घर पहुंचा था यहां से अपने मौसेरे भाई तीर्थ को उसने अपने साथ लिया और घुमाने के लिए पाटीदार तिराहे लेकर गया। कार्तिक के साथ दक्ष और देव भी थे। पैसे नही होने की बात कहकर वह पर्स लेने के श्री कृष्ण कॉलोनी गया जहां पर रात 9:30 बजे पैसों को लेकर कार्तिक और मृतिका के बीच कहासुनी हुई और कार्तिक ने पानी की बोटल से सिर पर वार कर दिया।
पुलिस सूत्रों की माने तो पानी की बोटल तीन से चार बार हमला किया गया। जिससे आरती मकवाना बेहोश हो गई। इसके बाद कीचन से चाकू लाकर कार्तिक ने आरती का गला रेत दिया। पुलिस के अनुसार चाकू से 6 से 7 वार किए गए। इसके बाद मृतिका आरती के कपड़े से हाथ बांधकर कार्तिक वहां से करीब 9:45 बजे निकल गया।
कार्तिक के कपडे भी खून से भर गए थे। इस कारण वह सबसे पहले अपने घर शिव विहार कॉलोनी गया। जहां पर उसने हत्या में उपयोग किया गया चाकू छुपाया और कपड़े बदलकर दोबारा पाटीदार तिराहे पहुंचा जहां से मृतिका के बेटे तीर्थ व दश को लेकर आईसक्रीम खाने निकाल गया।
पुलिस को किया गुमराह
घटना के बाद सबसे पहले सूचना देने वालों में भी कार्तिक ही शामिल था। ऐसे में जब घटना की जांच शुरू हुई थी। बयानों में विरोधाभास दर्ज किया गया। इससे पुलिस की शंका बढ़ती गई। लेकिन इतनी कम उम्र के बावजूद कार्तिक पुलिस को गुमराह करता रहा। लेकिन उसे नही पता था कि यह गुमराह करने का प्रयास पुलिस की जांच को उसके नजदीक ले आएगी।
पुलिस ने जब सख्ती से पुछताछ की तो इस पूरे हत्याकांड की कहानी कार्तिक ने खुद ही उगल दी। पुलिस ने कार्तिक को हिरासत में ले लिया है। हालांकि अभी पुलिस अधकिारिक तौर पर इस हत्याकांड का खुलासा नहीं किया है। लेकिन यह पूरी कहानी स्पष्ट हो चुकी है।