36 घंटे बाद मक्सीरोड पर मिला, पुलिस ने लिये बयान
उज्जैन, अग्निपथ। शिप्रा नदी में छलांग लगाने वाला युवक गुरुवार को मक्सीरोड से मिल गया। डूबने की आशंका में 18 घंटे तक उसकी तलाश की जाती रही थी। युवक कर्ज से परेशान है। जिसके बयान दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
जीवाजीगंज थाना क्षेत्र के बड़े पुल से मंगलवार रात शिप्रा नदी में एक युवक ने छलांग लगा दी थी। लोगों की सूचना पर पुलिस पहुंची थी। पुल से उसकी बाइक और एक सुसाइडनोट मिला था। जिसके आधार पर युवक की पहचान आशीष पिता राजेन्द्र काले (38) निवासी ढांचा भवन के रूप में होने पर परिजनों को दी गई। रात में ही परिजन क्षिप्रा नदी पहुंच गये थे। पुलिस ने सुसाइडनोट में दो लोगों के नाम होने पर परिजनों से चर्चा कर उनकी तलाश शुरू की। वहीं आशीष की तलाश में सर्चिंग शुरू कराई गई।
बुधवार दिन पर उसकी तलाश में सर्चिंग चलती रही, लेकिन आशीष का सुराग नहीं मिल पाया। गुरूवार सुबह होमगार्ड की टीम ने फिर से तलाश शुरू की। इस बीच 10 बजे खबर सामने आई कि क्षिप्रा में छलांग लगाने वाला मक्सीरोड पर दिखाई दिया है। पुलिस उसकी तलाश में मक्सीरोड पहुंचती परिजन उसे लेकर घर लौट गये थे। परिजनों से संपर्क कर पुलिस ने उसे थाने बुलाया। जहां बयान दर्ज किये गये। जिसमें सामने आया कि पानी कम होने पर वह बाहर निकल आया था। उसके बाद चक्रतीर्थ की ओर जाकर छुप गया था।
पुलिस उसकी तलाश में पहुंच चुकी थी। रातभर क्षिप्रा नदी किनारे छुपा रहा और सुबह निकल गया। उसने कर्जदारों से परेशान होकर कदम उठाने की बात कहीं है। टीआई राकेश भारती ने बताया कि युवक के बयान दर्ज करने के बाद घर भेजा गया है। वहीं उसके द्वारा लिये गये सुसाइडनोट को जांच में लिया गया है। उसे कर्ज देने वालों से पूछताछ की जाएगी। फिलहाल मामला जांच में है।
मार्केटिंग का काम करता है आशीष
गौरतलब हो कि नदी में छलांग लगाने के बाद परिजनों ने बताया था कि आशीष आर्टिफिशन ज्वेलरी की मार्केटिंग का काम करता है और 2 बच्चों का पिता है, उसके ऊपर कर्ज हो गया था। जिसके चलते वह परेशान रहता था, संभवत: इसी के चलते उसने गलत कदम उठा लिया है। गुरूवार को उसके सुरक्षित मिलने पर परिजनों की आंखों में खुशी के आंसू आ गये थे। मंगलवार रात से उसके 2 बेटे, पत्नी और भाई क्षिप्रा नदी किनारे पर बैठे रहे थे।