गिरोह के 3 सदस्य भी धराए, 4 की तलाश में जुटी पुलिस
उज्जैन, अग्निपथ। एक माह पहले लुटेरी दुल्हन का शिकार हुए युवक ने साथियों के साथ मिलकर दूसरी शादी रचाने आई युवती को पकड़ लिया। उसके गिरोह के 3 साथी भी पकड़े गये है। पुलिस ने मामले में धोखाधड़ी और चोरी का प्रकरण दर्ज कर गिरोह के चार सदस्यों की तलाश शुरू की है।
महिदपुर थाना प्रभारी राजवीरसिंह गुर्जर ने बताया कि दिलीप पिता अमरसिंह राजपूत निवासी महिदपुर ने जनवरी में परिचित के माध्यम से महाराष्ट्र में रहने वाली श्रुति नामक युवती से मंदिर में विवाह किया था। शादी के दो दिन बाद श्रुति सोने का मंगलसूत्र, 500 ग्राम चांदी की पायजेब और 50 हजार रूपये लेकर भाग निकली थी। दुल्हन के लापता होने के बाद से दिलीप अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी तलाश में लगा हुआ था।
एक माह बाद उसे पता चला कि श्रुति दूसरी शादी रचाने के लिये आलोट के ग्राम भीमगोल में आई हुई है। दिलीप अपने साथियों के साथ आलोट पहुंचा और उसे गिरोह के तीन सदस्यों के साथ पकड़ लिया। चारों को महिदपुर लाया गया और पुलिस को सौंपा गया। लुटेरी दुल्हन के पकड़ाने पर दिलीप की शिकायत पर मामले में प्रकरण दर्ज किया गया। वहीं न्यायालय में पेश कर पूछताछ के लिये रिमांड पर लिया गया है।
थाना प्रभारी के अनुसार लुटेरी दुल्हन श्रुति पहले से शादीशुदा है। वह मूलरूप से तेलांगाना की रहने वाली है और महाराष्ट्र के कल्याण नाम व्यक्ति से उसका विवाह हुआ है। उसके गिरोह से जुड़े जीवन पिता रामलाल परमार, बद्रीलाल पिता चैनाजी निवासी आजमाबाद राघवी और सेवा चौधरी निवासी तेलांगाना गिरफ्त में आये है।
गिरोह में शामिल पूजा, उसका पति सूरजमल, दरबार पिता रामलाल निवासी झारड़ा और उत्तम पिता विजयसिंह महाराष्ट्र फरार है। जिनकी तलाश में एक टीम रवाना की गई है।
गरीब परिवार बताकर लिये थे डेढ़ लाख
लुटेरी दुल्हन का शिकार दिलीप ने बताया कि वह ड्रायवरी करता है। उसने परिचित जीवन परमार से शादी के लिये रिश्ता दिखाने के लिये कहा था। उसने पूजा और उसके पति सूरजमल से मिलाया था। उन्होने शादी के लिये लडक़ी दिखाने के लिये कहा और बताया कि परिवार काफी गरीब है, उन्हे डेढ़ लाख रूपये शादी की तैयारी के लिये देना होगें।
उन्होने लडक़ी और उसके परिवार को रिश्ता तय करने के लिये बुलाया था, उस दौरान डेढ़ लाख दिये थे। 27 जनवरी शादी की तारीख तय हुई और धनवंतरी महादेव मंदिर बैजनाथ मंदिर में शादी की गई थी।