कैलाश विजयवर्गीय मंत्रियो के साथ ओंकारेश्वर होते हुए उज्जैन पहुंचे, कहा-एमपी में पर्यटन की अपार संभावना
उज्जैन, अग्निपथ। केदारनाथ और वैष्णो देवी मंदिर की तर्ज पर हेलिकॉप्टर से ओंकारेश्वर और महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन करने की सुविधा सेवा का गुरुवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुभारंभ किया। इसमें सबसे पहले यात्रियों के तौर पर केबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय राज्यमंत्री कौशल विकास एवं रोजगार विभाग गौतम टेटवाल, राज्य मंत्री लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण नरेंद्र शिवाजी पटेल, राज्य मंत्री नगरीय विकास एवं आवास विभाग डॉ प्रतिमा बागरी भोपाल से औंकारेश्वर और फिर उज्जैन पहुंचे।
पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा और पीएम श्री पर्यटन वायुसेवा का शुभारंभ भोपाल से हुआ। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रदेश के धार्मिक पर्यटन के साथ अन्य पर्यटन गंतव्यों तक पहुंच सुगम बनाने और दूरस्थ क्षेत्रों तक पर्यटन का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से हेली सेवा का शुभारंभ किया। सबसे ज्यादा फायदा उज्जैन और औंकारेश्वर जाने वाले भक्तों को मिलेगा। हेलीकाप्टर के लिए उज्जैन के सदावल में हेलीपेड का निर्माण भी किया जा रहा है।
पीएमश्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा का शुभारम्भ होने के बाद उज्जैन पहुंचा हेलीकाप्टर। इसमें मंत्री कैलाश विजयवर्गीय सहित अन्य मंत्री पहले ओंकारेश्वर में दर्शन कर उज्जैन पहुंचे उज्जैन हेलीपेड स्थल में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें विजयवर्गीय ने कहा कि मध्य प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावन है। महाकाल से औंकारेश्वर जाने में भक्तों को दिक्कत होती थी। लेकिन अब भोपाल से उज्जैन इंदौर होते हुए धार्मिक सर्किट बनाकर अब 3 घंटे में हेलीकाप्टर से दर्शन हो सकेंगे। लोग चाहेंगे तो बांधवगढ़ जबलपुर ग्वालियर शिवपुरी भी जाएंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव गुरुवार दोपहर 12.30 बजे स्टेट हैंगर पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम में सेवा का शुभारंभ किया । कार्यक्रम में केबिनेट मंत्री कैलाश विजय वर्गीय के साथ पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेन्द्र लोधी सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित रहें। उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने बताया कि इस सेवा के शुरू होने से महाकाल और औंकारेश्वर जाने वाले उन भक्तों को सबसे ज्यादा फायदा होगा जिनके पास समय कम है और एक दिन में दोनों जगह दर्शन कर वापस लौटना चाहते है। हालांकि अब तक ये तय नहीं हो पाया है कि कितनी राशि भक्तो को चुकानी पड़ेगी और कितने फेरे एक दिन में लगेंगे।