उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकाल मंदिर में रविवार को दर्शनार्थियों की संख्या तेजी से बढ़ गई। इस कारण शीघ्र दर्शन की भी दो कतार करना पड़ी। लंबे समये से महाकाल मंदिर में सीमित संख्या में दर्शनार्थी पहुंच रहे थे। लेकिन शनिवार-रविवार के अवकाश के कारण रविवार को अचानक ही भीड़ बढ़ गई। इस कारण मंदिर समिति के लोगों को भी व्यवस्था बनाने के लिए मैदान में उतरना पड़ा।
शीघ्र दर्शन के लोगों की संख्या अधिक होने के कारण उन्हें दो कतार में दर्शन कराये गये। उन्हें बेरिकेड्स की पहली कतार और नगाड़ा गेट से नंदी हाल होते हुए वीआईपी कतार से दर्शन कराये गये। हालांकि इसी दौरान प्रोटोकाल दर्शनार्थी भी आते रहे। ऐसे में काफी अव्यवस्था हुई और व्यवस्था बनाने के लिए मंदिर समिति के कर्मचारियों को भी मैदान संभालना पड़ा।
सामान्य दर्शनार्थियों ने किया हंगामा
दोपहर करीब 12 बजे के आसपास महाकाल मंदिर सामान्य दर्शनार्थियों की संख्या अधिक होने के कारण उन्हें कार्तिक मण्डपम में ऊपर से ही दर्शन कराकर बाहर कर दिया गया। ऐसे में सामान्य दर्शनार्थी नाराज हो गये और बाहर निकलकर हंगामा करने लगे। काफी देर तक हंगामा करने के बाद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें दोबारा दर्शन का मौका दिया। इसके बाद वे माने।
महिला दर्शनार्थी बेरिकेड्स में घायल
रविवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे दिल्ली से आई एक महिला दर्शनार्थी बेरिकेड्स में कारण घायल हो गई। बुजुर्ग महिला दर्शनार्थी ने नागधारी गणेश मंदिर की ओर से शीघ्र दर्शन टिकट लेकर प्रवेश किया था। यहा धक्कामुक्की अधिक होने के कारण वो बेरिकेड्स से घायल हो गई और उनका होठ कट गया। मौके पर मौजूद सुरक्षा कर्मचारियों ने तुरंत एंबुलेंस बुलाकर उन्हें अस्पताल रवाना किया।
वीआईपी जमे रहे रविवार को महाकाल मंदिर गर्भगृह के द्वार पर, पीछे वालों को दर्शन नहीं
कहने को तो मंदिर समिति दावा कर रही है कि आचार संहिता के कारण मंदिर में राजनेताओं के लिए प्रोटोकाल समाप्त हो गया है। लेकिन पिछले दरवाजे से सारे रास्ते खुले हैं और कायदे-कानून ताक पर। रविवार दोपहर भी यह वीआईपी गर्भगृह के दरवाजे पर खड़े होकर न सिफ दर्शन करते रहे, बल्कि इन्होंने वहां बड़े आराम से सपरिवार फोटोग्राफी भी की। यह घटनाक्रम दोपहर 12 से साढ़े 12 बजे के बीच का है। इस दौरान पीछे बेरिकेड्स में धक्का खा रहा आम दर्शनार्थी भगवान महाकाल की एक झलक पाने को भी तरस गया।