नकली पुलिस अधिकारी बन ठगी की कोशिश
रुनीजा (बडऩगर), अग्निपथ। समीपस्थ ग्राम गजनी खेड़ी में एक व्यक्ति से नकली पुलिस अधिकारी बनकर फोन के जरिये 25 हजार रुपए ठगने की कोशिश की। बेटे को गिरफ्तार करने का हवाला देते हुए उसे छुड़ाने के लिए ग्रामीण से 25 हजार रुपए की मांग की गई। हालांकि सजगता के चलते बदमाश अपने मनसूबे में कामयाब नहीं हो सके।
मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम गजनीखेड़ी में विष्णु माली की चाय की दुकान है। जिसके पास 20 मार्च को 2 बजे लगभग मोबाइल फोन पर विदेशी नंबर (+923038694346) से फोन आता हैं कि आपके बच्चे को पुलिस ने पकड़ लिया हैं। इसको छुड़ाना चाहते हो तो पच्चीस हजार रुपए ऑनलाइन पेमेंट कर दो।
विष्णु यह सुनकर घबरा गया। उसने अपने मित्र अनिल पाटीदार को मोबाइल पर बात करने को कहा। जब अनिल ने कहा बच्चों से बात कराओ तो फोन करने वाले ने बच्चों से भी बात करा दी। बच्चे रो रहे थे और उन्हें छुड़ाने की गुहार लगा रहे थे। इसी बीच विष्णु ने दूसरे मोबाइल से बच्चों को फोन लगाया तो बच्चे घर पर ही थे।
जब अनिल पाटीदार ने बदमाश से कुछ प्रश्न पूछे तो वह झल्ला गया और धमकी देने लगा । इसके बाद सभी समझ गए कि यह धोखाधड़ी करने का प्रयास कर रहा हैं। उक्त मोबाइल की डीपी पर थ्री स्टार पुलिस ऑफिसर का फोटो लगा था।
ये है ठगी का नया तरीका
आर्टिफिशियल इंटलीजेंस (एआई) के जरिए ठगी की घटनाएं बढ़ रही है। इस तकनीक के द्वारा मात्र चार सेकंड की मूल आवाज से उस व्यक्ति की आवाज का क्लोन बन जाता हैं। जो 90 फीसद तक मूल आवाज से हुबहू मैच खाती हैं। इसके बाद उसके परिजनों या परिचितों को फोन लगाकर या तो उसकी आवाज में पैसों की मांग की जाती है या पुलिस के नाम पर गिरफ्तारी की झूठी कहानी बनाकर संबंधित की आवाज में बात भी कराकर रुपये ठगने की कोशिश की जाती है।
सचेत रहे
- ऐसी धोखाधड़ी से बचने के लिए सोशल मीडिया पर अनजान फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार नहीं करे ।
- अपने वीडियो भी पोस्ट नहीं करे ।
- बच्चों की जॉब या पढ़ाई के संबंध में सार्वजनिक स्थान पर या अपरिचित व्यक्ति से बात नहीं करें। विशेषकर बाहर शहर में रहकर पढ़ाई या जॉब करने वाले बच्चों का विशेष ध्यान रखे ।
- किसी भी अनजान नंबर से परिचित का फोन आने और रुपयों की मांग करने पर संबंधित के असली नंबर पर फोन लगाकर जानकारी लें।
- इस प्रकार कोई भी कॉल आने पर सायबर सेल के विशेष नंबर 1930 पर कॉल करे।