4 दिनों से तलाश रहे थे, रात में लौटी पुलिस टीम
उज्जैन, अग्निपथ। रेलवे स्टेशन से लापता हुआ मासूम पांचवे दिन विदिशा में मिल गया। शुक्रवार सुबह पुलिस और परिजनों विदिशा के लिये रवाना हुई। जहां से रात में उसे उज्जैन लाया गया। मासूम और उसके परिजनों को शनिवार दोपहर कोर्ट में पेश कर 164 के बयान दर्ज कराए जाएगें।
गदापुलिया क्षेत्र में किराये से रहने वाले रमेश पिता भूरेसिंह मूलरूप से मंडला जिले के ग्राम बिछिया का रहने वाला है और परिवार के साथ रेलवे स्टेशन के सामने महाकाल भोजनालय में काम करता है। 17 मार्च को उसका 6 वर्षीय बेटा अभिषेक लापता हो गया था। जिसके बाद 5 दिनों से माता-पिता जीआरपी, देवासगेट थाने के बीच भटक रहे थे और बेटे को तलाशने की गुहार लगा रहे थे।
जीआरपी ने फुटेज देखे थे जिसमें अभिषेक मालगोदाम के पास खेलता दिखाई दिया था। लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया था, गुरूवार को रमेश अपनी पत्नी के साथ पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचा और वरिष्ठ अधिकारियों को इकलौते पुत्र के गुम होने की दास्तां सुनाई। वरिष्ठ अधिकारियों ने मासूम को तलाशने का आश्वासन दिया। देवासगेट पुलिस मामले में मासूम के अपहरण का प्रकरण दर्ज किया। इस बीच रात में खबर सामने आई कि मासूम विदिशा पुलिस को मिला है। जिसे चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया गया है।
देवासगेट थाना प्रभारी कुशलसिंह रावत ने विदिशा पुलिस से संपर्क किया और बालक के वीडियो, फोटोग्राफ व्हाट्सएप पर मंगाए। रमेश को फोटो दिखाने पर उसने अभिषेक के रूप में पहचान कर ली। सुरक्षित और स्वस्थ्य रूप से बालक के मिलते ही पुलिस ने उसे उज्जैन लाने की तैयारी शुरू की।
शुक्रवार सुबह एक टीम मासूम के माता-पिता के साथ विदिशा के लिए रवाना हो गई है। टीआई कुशलसिंह रावत ने बताया कि मासूम ट्रेन में बैठकर विदिशा तक पहुंचना सामने आ रहा है। उसे रात तक टीम लेकर लौट आयेगी। शनिवार को कोर्ट में पेश कर माता-पिता और मासूम के 164 में बयान दर्ज कराने के बाद माता-पिता के सुपुर्द किया जाएगा।