मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान सत्ता संभालने के बाद लगातार एक्शन मोड पर हैं। मिलावटियों के खिलाफ प्रदेश में लगातार कार्रवाई की जा रही है। अपराधियों की सम्पत्ति को जमींदोज किया जा रहा है।
कलेक्टर-कमिश्नर की वीडियो कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री ने बैतूल और नीमच कलेक्टर को हटा दिया। वहीं शराब माफियाओं से मिलीभगत के चलते गुना और निवाड़ी एसपी की रवानगी कर दी गई। मुख्यमंत्री का स्पष्ट संदेश अधिकारियों में पहुंच गया है।
उनका स्पष्ट कहना है कि प्रदेश में अपराधियों को किसी भी सूरत में संरक्षण नहीं दिया जाएगा। वहीं प्रशासनिक और पुलिस की व्यवस्थाएं भी चुस्त-दुरुस्त रखी जाएंगी। मुख्यमंत्री की कार्रवाई का असर उज्जैन में भी नजर आया है। कलेक्टर ने तराना और महिदपुर के मुख्य नगरपालिका अधिकारी पर कार्रवाई की तैयारी कर ली है।
दोनों के निलंबन के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। दोनों अधिकारी सीएम हेल्पलाइन में आने वाली शिकायतों के निराकरण के प्रति गंभीर नहीं थे। उनकी यही लापरवाही उन्हें महंगी पड़ गई है। जिस तरह से मुख्यमंत्री एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं, उसका असर पूरे प्रदेश की अफसरशाही पर नजर आने वाला है।