धुंआ देख मची अफरा-तफरी, 2 फायर फायटर ने पाया काबू
उज्जैन, अग्निपथ। महाकाल मंदिर के सामने मार्ग पर गुरूवार सुबह होटल सत्यम-शिवम में बने रेस्टोरेंट के किचन में आग लग गई। धुआ और आग की लपटे देख काम करने वाले कर्मचारी जान बचाकर भागे। रेस्टोरेंट के ऊपर बने कमरों में यात्री ठहरे थे, आग की जानकारी लगने पर उनमें अफरा-तफरी मच गई। गनीमत रही कि बड़ा हादसा नहीं हुआ।
महाकाल थाना पुलिस ने बताया कि मंदिर सामने होटल सत्यम और रेस्टोरेंट बना हुआ है। जिसकी ऊपरी 2 मंजिल पर यात्रियों के ठहरने के लिये 8 कमरे बने है। सुबह अचानक रेस्टोरेंट के किचन की चिमन में आग लग गई। जो ऊपरी दो मंजिल तक पहुंची और धुआ फैल गया। 4-5 कमरों में यात्री परिवार सहित ठहरे हुए थे। धुआ कमरों तक पहुंचने पर घुटन महसूस हुई तो वह बाहर आये। आग लगने का पता चलते ही वह घबरा गये। इस बीच पुलिस और फायर बिग्रेड की 2 फायटर मौके पर पहुंच गई थी।
पुलिस ने यात्रियों को बाहर निकला और फायटरों ने ऊपरी मंजिल पर चढक़र चिमनी के साथ किचन में पहुंचकर आग पर काबू पाने के प्रयास शुरू किये। आग चिमनी के रास्ते ही फैल रही थी, जिस पर आधे घंटे में काबू पा लिया गया। टीआई अजय वर्मा ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि सुबह रेस्टोरेंट कर्मचारी राजूबाई, चंचल, मोनू और राजेन्द्र किचन में भोजन बनाने की तैयारी कर रहे थे।
उसी दौरान चिमनी में आग लग गई, कर्मचारियों ने उसे बुझाने का प्रयास किया लेकिन तेजी से फैलने पर वह खुद जान बचाकर बाहर भाग निकले थे। आगजनी का सही समय पर पता चल गया, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
फायर फायटरों को पहुंचने में करना पड़ी मशक्कत
महाकाल मंदिर के आसपास का क्षेत्र काफी भीड़ भरा हो चुका है। मंदिर के आसपास फूल-प्रसादी की दुकानों के साथ होटले, रेस्टोरेंट सभी एक-दूसरे से सटकर बने हुए है। मंदिर के सामने मार्ग पर बेरिकेट्स भी लगे हुए है, जिसके चलते फायर फायटरों को होटल सत्यम शिवम तक पहुंचने में मशक्कत करना पड़ गई। पुलिस ने लोगों को रास्ते से हटाया, तक फायर फायटर आगे बढ़ पाई।
बताया जा रहा है कि होटल सत्यम शिवम में पांच साल पहले भी आग लगी थी। लेकिन पूर्व में हुई आगजनी के बाद भी होटल संचालक ने सावधानी नहीं बरती, होटल में अग्निशमन यंत्र होना सामने नहीं आये है। जिसको लेकर पुलिस ने संचालक को हिदायत देते हुए सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करने के निर्देश दिये है।