उज्जैन, अग्निपथ। रंगपंचमी पर्व पर शनिवार को महाकाल की परंपरागत गेर नगर में शानो शौकत के साथ निकलीा। श्री महाकालेश्वर वीरभद्र ध्वज चल समारोह समिति के तत्वावधान में शाम 6 बजे बाद महाकाल मंदिर से चल समारोह शुरू किया गया। इसके पूर्व मंदिर के सभामंडप में श्री वीरभद्र भैरव के साथ ध्वजों का पूजन-अर्चन किया गया।
रंगपंचमी पर प्रति वर्ष निकलने वाले श्री महाकालेश्वर वीरभद्र ध्वज चल समारोह समिति के तत्वावधान में प्रारंभ में शाम 5.30 बजे मंदिर के सभामंडपम में विधिवत ध्वज-पूजन हुआ। मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष कलेक्टर नीरज सिंह, मंदिर प्रशासक मृणाल मीना, एसपी प्रदीप शर्मा, आदि ने ध्वज पूजन किया। ध्वज पूजन के बाद पुजारी, पुरोहित गण , श्रद्धालुओं आदि ने पूरे उत्साह से मन्दिर स्थित कोटी तीर्थ एवम परिसर में ध्वज लेकर परिक्रमा ढोल व बाजे के साथ की।
गेर में नासिक की 70 महिलाओं के ग्रुप का प्रसिद्ध ढोल, ओरंगाबाद का मशहूर बैंड, महाराष्ट्र का कलाकार बड़े त्रिशूल से शिव की स्तुति करते निकलेगा तो कई तरह के फलों और फूलों से सजी सेहरा शृंगार की झांकी, श्री वीरभद्रभैरवनाथ का रथ, 21 ध्वजाएं, चांदी का ध्वज, सिंधिया स्टेट का स्वर्ण ध्वज, इंदौर का राजकमल बैंड, भोपाल का नाद ग्रुप, उज्जैन के प्रसिद्ध बैंड शामिल हुए।
चल समारोह में ब्रह्मा विष्णु महेश के द्वारा त्रिपुरासुर वध, गजेंद्र मोक्ष एवं राम मंदिर चल चित्र सहित बरसाना की होली, हनुमान अष्टक की रंग-बिरंगी रोशनी से झलिमिलाती झांकियां शामिल की गई। गेर अपने परंपरागत मार्ग महाकाल मंदिर चौराहा, तोपखाना, दौलतगंज चौराहा, नईसडक़, कंठाल, सराफा, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा होकर वापस महाकाल मंदिर पहुंचकर समाप्त हुई।