प्रशासन और पुलिस ने फूल-प्रसाद की दुकानों पर चलाया बुलडोजर
उज्जैन, अग्निपथ। कालभैरव मंदिर के बाहर फूल-प्रसाद की दुकान लगाने वाले ने फूल-प्रसाद नहीं खरीदने पर मुम्बई से आये श्रद्धालु परिवार के साथ मारपीट कर दी। विवाद होता देख आसपास के दुकानदार भी आ गये और उन्होने एक श्रद्धालु का सिर फोड़ दिया। मामला प्रशासन तक पहुंचा तो कुछ घंटे में ही दुकानों पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई। प्रशासन और पुलिस का सख्त रूख देख आसपास के दुकानदार भी अपनी दुकाने समेटकर भाग निकले।
मुम्बई के बोरीवली का रहने वाला एडवोकेट परिवार 29 फरवरी को धार्मिक यात्रा पर आया था। रविवार सुबह भस्मारती दर्शन के बाद परिवार में शामिल अमरदीप पिता रामेश भटटाचार्य (43) (सुप्रीम कोर्ट वकील ), पत्नी शैलजा (41), भाई ऋषिकेश (45) (हाईकोर्ट वकील), अनुपम पति ऋषिकेश (43) और परिवार में शामिल इशिता (20), युवराज (22) जीत (21) और नेत्रा (21) के साथ मैजिक में सवार होकर कालभैरव दर्शन करने पहुंचे थे।
मैजिक चालक कमल कुमार निवासी महानंदा ने पार्किंग में अपनी गाड़ी खड़ी की। इस दौरान वहां प्रसाद की दुकान लगाने वालों ने उनके आगे फूल-प्रसाद की टोकरियां लगा दी। एडवोकेट अमरदीप ने प्रसाद साथ लेकर आने की बात कही। जिस पर दुकानदार राजा भाटी आक्रोशित हो गया। उसने अपने साथियों को बुला लिया और परिवार से विवाद शुरू कर दिया।
अमरदीप ने दुकानदारों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन 20-25 लोगों ने मिलकर मारपीट शुरू कर दी। कुछ दुकानदार डंडे-पाइप लेकर आ गये। मारपीट में अमरदीप भट्टाचार्य लहूलुहान हो गये। परिवार ने बीच-बचाव का प्रयास किया तो उनके साथ मारपीट कर कपड़े फाड़ दिये गये। परिवार की महिलाओं से अभ्रदता करते हुए अश्लील गालियां दी गई।
अमरदीप के घायल होने पर उनकी भाभी अनुपमा ने डायल हंड्रेड पर कॉल किया, लेकिन पुलिस नहीं आई। परिवार ने मंदिर के आसपास पुलिस कर्मियों की तलाश की और बुलाया। पुलिस को देख राजा भाटी और उसके साथी भाग निकले। मैजिक चालक घायल और परिवार को जिला अस्पताल लेकर पहुंचा। मामले की सूचना एसपी तक पहुंची तो उन्होने अस्पताल में पुलिस बल भेजा और भैरवगढ़ थाना पुलिस को सख्त कार्रवाई के निर्देश जारी किये।
भैरवगढ़ थाना पुलिस घायलों के बयान दर्ज करने अस्पताल पहुंची। टीआई जगदीश गोयल ने बताया कि परिवार की शिकायत पर मामले में तीन नामजद और अन्यों के खिलाफ जबरदस्ती प्रसाद लेने का दबाव बनाने पर हफ्ता वूसली, रास्ता रोकने, मारपीट करने और गाली-गलौच करने की धारा में प्रकरण दर्ज कर राजा भाटी, आकाश और हर्ष की तलाश शुरू की। तीनों के गिरफ्त में आने पर अन्य की जानकारी सामने आ पायेगी।
अवैध बनी दुकानों पर चला प्रशासन का बुलडोजर
काल भैरव मंदिर पर श्रद्धालुओं के साथ मारपीट का मामला प्रशासन तो पहुंचा तो कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने राजस्व विभाग की टीम को कार्रवाई के निर्देश जारी किये। राजस्व विभाग के अधिकारी भैरवगढ़, जीवाजीगंज, चिमनगंज थाना पुलिस के साथ काल भैरव मंदिर पहुंची और अवैध बनी दुकानों पर बुलडोजर चलाकर 25 से अधिक दुकानों को जमीदोंज कर दिया। प्रशासन की कार्रवाई देख आसपास के दुकानदारों में भी अफरा-तफरी मच गई थी। बताया जा रहा है कि प्रशासन ने नगर निगम को भी मंदिर के आसपास अवैध दुकानो को चिन्हित कर हटाने के निर्देश जारी किये है।
बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं से हो रही अभद्रता
महाकाल मंदिर के साथ अन्य देव स्थलों पर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के साथ आये दिन अभद्रता के मामले सामने आ रहे है। महाकाल, काल भैरव और मंगलनाथ मंदिर पर सबसे अधिक घटनाएं हो रही है। यहां श्रद्धालुओं से अभद्रता के साथ वारदातें भी काफी अधिक बढ़ चुकी है।
महाकाल मंदिर के आसपास तो कई बड़े विवाद भी हो चुकी है। पुलिस और प्रशासन मंदिरों के आसपास दुकान लगाने वालों को हिदासत देकर श्रद्धालुओं से अच्छा व्यवहार करने के निर्देश दे चुका है, लेकिन अपराधिक प्रवृति के दुकानदारों की तादात धार्मिक स्थलों के आसपास बढ़ती जा रही है, जिससे शहर की छबि खराब हो रही है।