बिना चैक किये लाइफ सपोर्ट सिस्टम के मरीज को माधव नगर रैफर किया

दो डॉक्टर्स को शोकाज नोटिस थमाया, आगर से रैफर होकर आया था मरीज

उज्जैन, अग्निपथ। गुरुवार को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रैफर होकर आये मरीज को जिला अस्पताल के डॉक्टर्स ने बिना चैक किये माधव नगर अस्पताल रैफर कर दिया। मामले की शिकायत के बाद जिला अस्पताल के दो डॉक्टर्स को शोकाज नोटिस जारी किया गया है।

पिछले गुरुवार को आगर से एक मरीज लाइफ सपोर्टिंग सिस्टम पर जिला अस्पताल रैफर होकर आया था। ओपीडी में बैठे डॉक्टर्स कपिल वर्मा और नितेश गुप्ता ने जब मरीज का पर्चा देखा तो उसमें इंटीगेशन डन लिखा हुआ था। इसी आधार पर मरीज का बिना बीपी शुगर चैक किये दोनों डॉक्टर्स ने उनको मौखिक रूप से माधव नगर अस्पताल रैफर कर दिया।

मामले की शिकायत परिजनों ने जिला अस्पताल प्रबंधन से की तो कार्य में लापरवाही बरतने के चलते दोनों डॉक्टर्स को सिविल सर्जन द्वारा शोकाज नोटिस जारी किया है। हालांकि माधव नगर अस्पताल में आक्सीजन सपोर्टिंग सिस्टम जिला अस्पताल से काफी बेहतर है। लेकिन परिजनों को जिला अस्पताल में मरीज को चैक नहीं करना काफी नागवार लगा, लिहाजा उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को इसकी शिकायत कर दी।

केवल शोकाज नोटिस, होता कुछ नहीं

शहर के सरकारी अस्पतालों में मेडिकल विशेषज्ञों की कमी बनी हुई है। जिला अस्पताल में ही मेडिसीन के डॉक्टर्स की कमी है। यहां पर 8 डॉक्टर्स मेडिसीन के होने चाहिएं, लेकिन केवल 2 डॉक्टर्स ही किला लड़ा रहे हैं। वार्ड, ओपीडी, आईसीयू आदि की जवाबदारी मेडिसीन के डॉक्टर्स के उपर ही है।

प्रतिदिन करीब 160 से अधिक मरीजों को इन दो डॉक्टर्स को देखना पड़ता है। ऐसे में और डॉक्टर्स की जिला अस्पताल में ही दरकार है। इसलिये केवल वार्निंग देने के लिये अस्पताल प्रबंधन डॉक्टर्स को शोकाज नोटिस जारी करता है। जवाब देने के बाद इसको ठँडे बस्ते में डाल दिया जाता है। इसमें अस्पताल प्रबंधन की भी मजबूरी है।

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