कार से करते थे मांस का परिवहन, रासुका की होगी कार्रवाई
उज्जैन, अग्निपथ। गौवंश की हत्या कर मांस का परिवहन करने वाले छह आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में लिया तो जहरीली शराब का परिवहन करने के मामले भी सामने आ गये। गिरोह के सदस्यों से कच्ची शराब भी बरामद की गई है। सभी को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि 29 मार्च को माकडोन के ग्राम झालरा में सडक़ मार्ग से कुछ दूर कच्चे रास्ते पर गौवंश के अवशेष मिले थे। मामले में पशु चिकित्सकों की टीम को बुलाया गया और जांच के बाद गौवंश वध प्रतिषेध का प्रकरण दर्ज किया गया। आरोपियों का पता लगाने के लिये ग्रामीण एएसपी नितेश भार्गव के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई।
जिसके बाद ताजपुर, घौंसला और जीवाजीगंज से 6 आरोपियों को पकड़ा गया, जो जहरीली शराब का परिवहन करते मिले। पूछताछ में उन्होने गौवंश वध करना कबूल कर लिया। 6 आरोपियों के हिरासत में आने पर उनके अपराधिक रिकार्ड खंगाले गये तो पूर्व में भी गौवंश परिवहन के साथ अवैध शराब के मामले दर्ज होना सामने आ गये। सभी के खिलाफ आबकारी एक्ट की धारा और गौवंश परिवहन का मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया जाएगा। जहां से रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। संभावना है कि गौवंश वध से जुड़े अन्य आरोपी भी जल्द हिरासत में होगें।
कार से करते थे गौवंश अवशेष का परिवहन
एसपी शर्मा ने बताया कि हिरासत में आये आरोपी अमजद पिता रहीम खां, अनस पिता नाहरू खान, तबरेज पिता सलीम खान, सोहेल पिता सलीम खान निवासी ताजपुर, समद पिता मेहमूद खां ग्राम लाम्बीखेडी और आरिफ पिता मोहम्मद हनीफ खां निवासी ग्राम घौंसला है। जिनके खिलाफ इंदौर, मंदसौर, देवास और उज्जैन में गौवंश वध के मामले दर्ज है। सभी आरोपी कार में सवार होकर निकलते थे और सूनसान रास्तों पर विचरण करने वाले गौवंश की चोरी करने के बाद हत्या कर मांस लेकर निकल जाते थे अवशेष वहीं छोड़ जाते थे। सभी के खिलाफ रासुका की कार्रवाई कर जेल भेजा जाएगा।
हिन्दूवादी संगठनों का बढ़ रहा था आक्रोश
ग्रामीण क्षेत्रों के साथ शहर में पिछले कुछ दिनों में गौवंश के अवशेष मिलने के कई मामले सामने आ चुके थे। जिसके बाद हिन्दूवादी संगठनों का आक्रोश भी सामने आया था। माधवनगर, नानाखेड़ा सहित माकडोन, राघवी थाना क्षेत्र में मिले अवशेष के बाद हिन्दूवादी संगठनों ने चक्काजाम कर आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग रखी थी, आरोपियों के नहीं पकड़े जाने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी थी। जिसके बाद पुलिस ने मामलों को गंभीरता से लिया और छह आरोपियों को दबोच लिया।