हर कर्मचारी का फरवरी माह का वेतन 1 से 5 हजार रुपए तक कम आया
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था मे तैनात सुरक्षा कर्मचारियों को फरवरी महीने का वेतन आधा-अधूरा मिला है। इस महीने होली के बाद खाते में आये वेतन में सभी कर्मचारियों का वेतन काटा गया है। किसी के हजार-पंद्रह सौ रुपए तो किसी के पांच हजार रुपए तक काटे गये हैं।
फरवरी महीने का वेतन कर्मचारियों के खाते में 28 मार्च के बाद आना शुरू हुआ लेकिन जब उन्होंने अमाउंट देखा तो चकित रह गये। कर्मचारियों का कहना है कि सभी कर्मचारयों ने फरवरी महीने में पूरे 29 दिन काम किया है। इसी महीने में महाशिवरात्रि व अन्य आयोजन भी हुए। दर्शनार्थियों की अधिक संख्या होने के कारण कर्मचारियों ने नियमों के विपरीत सेवा भाव से 12-12 घंटे काम किया है। छुट्टी पर प्रतिबंध था, इसके बाद भी वेतन अधूरा दिया जा रहा है।
महाकाल मंदिर मेें सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा क्रिस्टल इंटीग्रेटेड कंपनी के पास है। सभी सुरक्षा कर्मचारी क्रिस्टल कंपनी के अधीन काम कर रहे हैं। करीब 450 से अधिक सुरक्षा कर्मचारी क्रिस्टल कंपनी के अधीन यहां सेवाएं दे रहे हैं। कर्मचारियों के मुताबिक उन्हें 26 दिन का वेतन प्रति माह पीएफ आदि की कटौती के बाद 8400 रुपए मिलता है।
मंदिर समिति के साथ तय एग्रीमेंट में स्पष्ट है कि कर्मचारियों को हर महीने पांच तारीख तक वेतन भुगतान हो जाना चाहिए लेकिन आज तक कभी तय तारीख पर वेतन जारी नहीं हुआ है। कर्मचारियों को कहना है कि हर महीने 15 से 20 तारीख के बाद ही वेतन जारी किया जाता है। नियमानुसार कर्मचारियों के 30 दिन में चार साप्ताहिक अवकाश तय हैं इस कारण 26 दिन का वेतन मिलता है। जबकि साप्ताहिक अवकाश कभी नहीं मिलता।
तकनीकी गलती से हुआ यह, शीघ्र मिल जायेगा पैसा
इस मामले में सुरक्षा कंपनी के मैनेजर अजय चावरे का कहना है कि कुछ तकनीकी कारणों से कम वेतन आया है। बीच में बैंकों में अवकाश आ गया था। अब एक-दो दिन में बाकी रुपए भी सभी कर्मचारियों को मिल जायेंगे।