उज्जैन, अग्निपथ। हिंदू नववर्ष गुड़ी पड़वा के अवसर पर 9 अप्रैल को क्षिप्रा तट के पावन रामघाट पर शिव ज्योति अर्पणम् कार्यक्रम के तहत 5 लाख दीप प्रज्वलित किए जाएंगे। सुप्रसिद्ध पाश्र्व गायक जुबिन नौटियाल द्वारा प्रस्तुति भी दी जाएगी।
मंगलवार को कलेक्टर नीरजकुमार सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा ने अधिकारियों के साथ रामघाट पहुंचकर कार्यक्रम की तैयारियों का निरीक्षण किया। जिला पंचायत सीईओ मृणाल मीना, आयुक्त नगर निगम आशीष पाठक, अपर कलेक्टर अनुकूल जैन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी साथ थे। आयुक्त नगर निगम ने कार्यक्रम की रूपरेखा के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि आयोजन में लगभग 6000 वॉलिंटियर अपनी भूमिका निभायेंगे।
कलेक्टर श्री सिंह ने कार्यक्रम के व्यवस्थित ढंग से आयोजन किए जाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग को कार्यक्रम में निर्धारित स्थानों पर व्यवस्थित बेरिकेडिंग किए जाने के लिए निर्देशित किया।
उन्होंने कहा कि ग्रीष्म ऋतु को ध्यान में रखते हुए राम घाट पर जगह-जगह पेयजल की व्यवस्था की जाए। उन्होंने सीएमएचओ को मेडिकल टीम की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत कार्यपालक दंडाधिकारियों और होमगार्ड के अमले की भी ड्यूटी लगाएं।
निरीक्षण के दौरान उज्जैन उत्तर और दक्षिण के एसडीएम, तहसीलदार, लोक निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, स्वास्थ्य, होमगार्ड सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहें।
साधु ने अधिकारियों के सामने दिखाया आक्रोश, कहा- शिप्रा को साफ करो नहीं तो सीएम से कहूंगा
सुबह निरीक्षण के दौरान एक अजीबोगरीब वाकया भी हो गया, जिससे अधिकारी भी मुस्करा दिये। हुआ यूं कि रामघाट पर निरीक्षण के दौरान एक भस्म रमाये साधु अधिकारियों के समक्ष पहुंचा और शिप्रा के पानी से आ रही बदबू के बारे में बताते हुए कहा कि तुरंत शिप्रा को साफ करो। निगमायुक्त से कहा नदी के पानी से बदबू बहुत आती है। साधु ने कहा सुबह के समय आप खुद वहां चलकर देखिए।
शिप्रा की व्यथा बताते हुए साधु आक्रोशित होकर बोला आप लोग कुछ कर पाओगे या नहीं। नहीं होता है तो बोला मैं मुख्यमंत्री मोहन यादव को कहूंगा। साधु की बात सुनकर अधिकारी मुस्कुरा दिये और उन्हें जल्दी ही शिप्रा को साफ करने का आश्वासन दिया। इस पर साधु के चेहरे पर भी मुस्कान आ गई और सभी अधिकारियों को खूब तरक्की करने का आश्वासन देकर चल दिये।