नस काटने पर निकला खून मां ने रखा था फ्रीज में, दोनों गिरफ्तार
उज्जैन, अग्निपथ। चार दिन पहले भाई बहन की मौत के मामले में मंगलवार को पुलिस ने चौकाने वाला खुलासा किया। दोनों पिता की अनदेखी से नाराज थे। उन्होने मां के सामने हाथ की नस काटी थी। खून निकलने के बाद मां ने साफ किया था और फ्रीज में रखा था। पुलिस ने पिता के कुवैत से लौटने पर मां के साथ उसे भी गिरफ्तार कर लिया है।
सैफी मोहल्ला में 29 मार्च की शाम घर में ताहेर पिता सादिक हुसैन (29) और उसकी बहन जेहरा (15) का शव मिला था। दोनों के हाथ की नस कटी हुई थी। पिता के नाम लिखा गया सुसाइट नोट बरामद हुआ था, वहीं घर में खून नहीं मिला था। पुलिस घटना के बाद उलझ गई थी। मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम कराया गया तो शरीर में जहर होना सामने आया। घटना की गंभीरता को देखते हुए बारिकी से जांच शुरू की गई।
भाई-बहन के साथ मां फातिमा रहती थी, जो काफी बदहवास थी, एक दिन बाद उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो चौकाने वाला खुलासा हुआ। इस बीच कुवैत में रहने वाला पिता भी बेटे-बेटी की मौत का पता चलने पर उज्जैन लौट आया था। पुलिस ने उसे भी हिरासत में लिया। चार दिन बाद भाई बहन की मौत के मामले में माता-पिता को धारा 306, 305 में गिरफ्तार कर लिया गया।
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि मृतक भाई बहन का पिता सालों पहले कुवैत चला गया था वह पांच सालों से घर नहीं आया था। बेटे ताहेर को आंखों की गंभीर बीमारी थी, जिसका उपचार नहीं होने पर वह डिप्रेशन में रहने लगा था। बहन के साथ उनकी मां भी पिता के नहीं आने पर डिप्रेशन में आ गये थे। पिता सादिक हुसैन ने फोन पर कह दिया था कि उससे ज्यादा उम्मीद मत रखना, वह नहीं आ सकता है, ना ही उपचार करा सकता है। इसी तनाव में आकर भाई-बहन ने सुसाइड कर लिया।
बेटा बोला था पिता को दिखाना खून
सादिक हुसैन के नहीं आने पर पत्नी और दोनों बच्चों तनाव में आ चुके थे। मां को पता था कि दोनों बच्चे सुसाइड कर लेगें। वह भी मराना चाहती थी, लेकिन बेटे ने कहा कि हमारा खून पिता के लौटने पर दिखाना। दोनों भाई बहन ने मां के सामने हाथ की नस काट ली। खून बहने पर मां ने साफ किया गया और एक बर्तन में भरकर फ्रीज में रख दिया। मां अपने लिये बाजार से सल्फास की गोलियां लगाई थी। दोनों भाई बहन ने वह भी मां से लेकर खा ली। पूरा घटनाक्रम मां के सामने हुआ, लेकिन उसने बच्चों का बचाने का प्रयास नहीं किया।
निजी स्कूल में पढ़ाने जाती है मां
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि मां निजी स्कूल में पढ़ाने जाती है। घटना वाले दिन दोनों बच्चों ने नींद की गोलियां खा ली थी। उसके बाद भी मां स्कूल चली गई। जब शाम को लौटी तो दोनों बच्चों को कुछ नहीं हुआ था। दोनों भाई बहन आत्महत्या करना तय कर चुके थे। ताहेर ने पहले अपने और बाद में बहन के हाथ की नस काटी।
खून बहने के काफी देर बाद भी मौत नहीं आई तो सल्फास की गोलियां खा ली। यह सब मां देखती रही। उसने दोनों बच्चों के हाथ से निकला खून फ्रीज में रख दिया था और घर में फैले खून को कपड़े से साफ कर कपड़ा छिपा दिया था। जब दोनों की मौत हो गई तो देर शाम लोगों को बताया कि बच्चों ने सुसाइड कर लिया है।