उज्जैन, अग्निपथ। विक्रमोत्सव के अंतर्गत विक्रम नाट्य समारोह के चौथे दिन गौरव भारद्वाज निर्देशित प्रस्तुति हमारे राम का मंचन हुआ। इस नाट्य प्रस्तुति में बॉलीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता अशुतोष राणा रावण के रूप में दिखाई दिये। इसके पहले महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने सभी कलाकारों का पुष्पगुच्छ व विक्रम पंचांग भेंट कर स्वागत किया।
नाटक हमारे राम एक बड़े पैमाने पर थिएट्रिकल अनुभव है जो असाधारण प्रदर्शन, बातचीत, प्रकाश, संगीत, अविनाशी कॉस्ट्यूम, विशेष प्रभाव और बड़े पैमाने पर दृश्य के साथ भरा है। पहली बार, हमारे राम उन कई सीनों को लाता है जो महाकाव्य रामायण में कभी स्टेज पर नहीं दिखाए गए हैं। नाटक लव और कुश के दृष्टिकोण से शुरू होता है जब उनकी माँ सीता भूमि के गोद में अंतिम शरण लेती हैं। राम से उनकी माँ सीता के बारे में कुछ सवाल पूछते हैं।
सूर्य भगवान के दृष्टिकोण से, नाटक हमारे राम परिचितों को लेकर जाता है जो राम, सीता और उनके अनंत प्रेम, परीक्षण और विजय की एक यात्रा पर है। नाटक में कुछ अज्ञात सीन्स हैं जो वाल्मीकि रामायण में लिखे गए हैं लेकिन उन्हें अभी तक स्पष्ट किया नहीं गया है। नाटक में राम की भूमिका राहुल आर भूचर, लक्ष्मण की भानु प्रताप, सीता की हरलीन रेखी, हनुमान की दानिश अख्तर और रावण की भूमिका आशुतोष राणा ने निभाई। आज शुक्रवार 5 अप्रैल को सतीश दवे निर्देशित प्रस्तुति अवंती शौर्य का मंचन होगा।