उज्जैन, अग्निपथ। पिछले काफी लंबे समय से अपनी गाढ़ी कमाई का इंतजार करने वाले बिनोद मिल के मजदूरों की बकाया राशि का भुगतान मार्च माह में होने की पूरी संभावना नजर आ रही है। बिनोद मिल की भूमि को बेचने की प्रक्रिया आज से शुरू हो रही है, जिसकी नीलामी 26 फरवरी को होगी।
साढ़े दस बीघा भूमि की नीलामी की प्रारम्भिक राशि 72 करोड़ 61 लाख रुपए आंकी गई है। इस राशि से सरकार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मजदूरों का बकाया राशि का वितरण किया जाना है।
बिनोद मिल के श्रमिकों को अपनी वेतन की गाढ़ी कमाई का बरसो इंतजार करने की मुराद पूरी होने वाली है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सरकार बिनोद मिल की भूमि बेचने जा रही है।
इस मिल की लगभग 86 बीघा भूमि को बेचने की कवायद शुरू आज से हो रही है। मप्र के लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग ने भूमि बेचे जाने संबंधी टेंडर जारी किया है। इस भूमि में को 10 भागों में बांटा गया है। जिस भूमि की नीलामी की प्रक्रिया शुरू होने वाली है। वह चामुंडा माता चौराहे के समक्ष सडक़ की मिल की भूमि है। पूरी 86 बीघा भूमि को 10 भागों में बांटा गया है। जिस भाग की नीलामी होना है उसका ब्लॉक नंबर 6 है। जिसकी साढ़े दस बीघा के लगभग भूमि है। जिसकी नीलामी राशि सरकार की ओर से 72 करोड़ 61 लाख रुपए आंकी गई है।
इसकी प्रक्रिया 10 फरवरी बुधवार से शुरू हो रही है, यह प्रक्रिया निविदा कम नीलामी पर आमंत्रित की गई है। परियोजना की विस्तृत जानकारी एवं शर्तें एमपी ई टेंडर पोर्टल पर उपलब्ध है। 11 फरवरी नीलामी कर्ताओं को प्रात: 11 से 12 बजे एवं दोपहर दो से चार बजे के बीच स्थल का अवलोकन कराया जाएगा। 15 फरवरी से टेंडर के आवेदन जमा होने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। 25 फरवरी सुबह 11 बजे तक टेंडर जमा करने की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है।
26 फरवरी को प्रात: 11 बजे टेंडर खोलने की प्रक्रिया शुरू कर जांच पड़ताल की जाएगी। इसी दिन मध्यान तीन बजे टेंडर निविदा वित्तीय प्रक्रिया पूरी कर शाम चार बजे निविदा खोली जाएगी। यह प्रक्रिया शाम छह बजे पूरी तरह समाप्त कर दी जाएगी। टेंडर आवेदन की कीमत बीस हजार रुपए रखी गई है।