उज्जैन, अग्निपथ। बीती रात दुपट्टे का फंदा बनाकर छात्रा ने फांसी लगा ली। मंगलवार सुबह पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद मामले की जांच शुरू की है। परिजन छात्रा के द्वारा उठाये गये कदम से अंजान है।
नागझिरी थाना क्षेत्र के नेहरूनगर में रहने वाली सानिया पिता रामप्रसाद परमार (21) नर्सिग का कोर्स कर रही थी। रात में वह खाना खाने के बाद वह कमरे में चली गई थी। देर रात पिता से देखने पहुंचे तो पंखे पर दुपट्टे के फंदे से लटका देखा। परिजनों और आसपास के लोगों को बुलाकर नीचे उतारा गया। मामले की सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और जांच के बाद कमरा सील कर शव जिला अस्पताल लाया गया। सुबह पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों ने बताया कि शाम तक सब कुछ ठीक था, सानिया ने ऐसा कदम क्यों उठाया पता नहीं है। पुलिस के अनुसार कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। जांच और परिजनों के बयान पर ही आत्महत्या की वजह सामने आ पायेगी।
ग्रामीण ने जहरीला पदार्थ खाया, मौत
घट्टिया थाना क्षेत्र के ग्राम बरोठीखेड़ा में रहने वाला दिलीप पिता रामसिंह जाट (28) सोमवार को घौंसला में लगने वाले पशु हाट गया था। देर शाम उसने भाई दिनेश को कॉल कर खेडाखजूरिया बुलाया। भाई के पहुंचने पर दिलीप बेसुध हालत में पड़ा मिला। उसे जिला अस्पताल लाया गया। जहां जहरीला पदार्थ खाने और हालत गंभीर होना बताई गई। परिजन उसे निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां कुछ घंटे बाद उसकी मौत हो गई। भाई ने बताया कि दिलीप पशु कारोबार करता पुलिस ने आशंका जताई है कि आर्थिक परेशानी के चलते उसने जान दी है।
दुर्घटना में घायल वृद्ध ने तोड़ा दम
कायथा का रहने वाला हीरालाल पिता भागीरथ राजोरिया (60) 2 अप्रैल को रिश्तेदारी में ग्राम भैरूपुरा गया था। रात में लौटते वक्त अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी थी। घायल होने पर परिजनों ने निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां 6 दिन चले उपचार के बाद सोमवार रात उसने दम तोड़ दिया। माधवनगर पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच डायरी कायथा पुलिस को सौंपने की बात कहीं है।